Rajasthan Power Crisis attacked by Vasundhara Raje: राजस्थान में गहराए बिजली संकट को लेकर गहलोत सरकार विपक्षी दल भाजपा के निशाने पर है. भाजपा की महिला नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को आड़े हाथों ले लिया है. वसुंधरा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने लोगों को अंधेरे में धकेलना का काम किया है. उन्होंने कहा, ‘हमारे राज्य में नया बिजली कनेक्शन लेने के लिए लोगों को हफ्तेभर तक इंतजार करना पड़ता है. कांग्रेस के फ्री इलेक्ट्रिसिटी के दावे झूठे हैं.’
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शासनकाल से अपने कार्यकाल की तुलना भी की, वसुंधरा ने गहलोत पर निशाना लगाते हुए कहा कि हमारे समय में गांवों में 22 से 24 घंटे बिजली मिलती थी. इसके कारण लोगों ने इन्वर्टर पैक कर दिए थे. मगर, कांग्रेस शासन में आमजन बिजली संकट से बुरी तरह त्रस्त है. वसुंधरा ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार हर क्षेत्र में विफल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि आज बिजली व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. डिस्कॉम पर 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का घाटा हो गया है.
बिजली विभाग पूरी तरह से कुप्रबंधन का शिकार बना
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”राजस्थान में बिजली विभाग पूरी तरह से कुप्रबंधन का शिकार बना है. गहलोत सरकार के पास कोयला और बिजली खरीद का रोड मैप नहीं है. वोल्टेज के कम और ज्यादा होने की वजह से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.” वसुंधरा ने यह भी कहा कि किसानों की मोटरें खराब हो रही हैं, लेकिन सरकार मदद नहीं कर रही.
यह भी पढ़ें: Raksha Bandhan पर योगी सरकार का बहनों को तोहफा, 14 जिलों में दो दिन रहेगी फ्री बस सेवा
कांग्रेस सरकार ने बिजली कंपनियों पर घाटा छोड़ दिया था
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने 2013 तक बिजली कंपनियों पर 78 हजार करोड़ रुपए का घाटा छोड़ दिया था, जिसको हमारी सरकार ने दूर किया. और, अब दुबारा कांग्रेस की सरकार में बिजली संकट आ गया है. राज्य की 6 बिजली यूनिट बंद होने के कारण पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है. राजे ने कहा, ‘कांग्रेस ने मुफ्त बिजली के सब्जबाग दिखाकर राजस्थान को अराजकता और अंधकार में धकेलना का काम किया है.’
— भारत एक्सप्रेस