कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान
MP Election 2023: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी कांग्रेस को घेरने के लिए रणनीति बना रही है. इसके साथ ही पार्टी कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाने की कोशिश में लगी हुई है. इसी कड़ी में बीजेपी ने आचार संहिता से पहले ही उम्मीदवारों की घोषणा करने में जुटी हुई है. बीजेपी अपनी पहली सूची जारी कर चुकी है वहीं अब दूसरी लिस्ट जारी करने की तैयारी में है. बताया जा रहा है कि बीजेपी की दूसरी लिस्ट में 35 उम्मीदवारों के नाम हैं. वहीं अगर कांग्रेस की बता की जाए उसने अभी तक एक भी लिस्ट जारी नहीं की है. इस पर पार्टी का कहना है कि वो काफी सोच विचार करके प्रत्याशियों की सूची की घोषणा करेगी.
बीते कुछ दिन पहले कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी (Congress Screening committee) के चेयरमैन जितेंद्र सिंह ने 15 सितंबर के डेडलाइन का भी जिक्र किया था. लेकिन आपसी सहमति नहीं बनने की वजह से सूची को होल्ड कर दिया गया. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया था कि पार्टी प्रदेश में 150 सीटें हासिल करेगी.
कांग्रेस (Congress) ने कर्नाटक की तरह यहां भी रणनीति बनाने की बात कही थी. इसी सिलसिले में दिग्गज नेता रणदीप सुरजेवाला को मध्य प्रदेश में तैनात किया है. फिर भी उम्मीदवारों की सूची में हो रही देरी को लेकर कांग्रेस पर सवाल खड़े हो रहै हैं. वहीं पार्टी का कहना है कि हम अपनी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते, इसलिए सोच विचार कर सूची जारी की जाएगी. बता दें कि पार्टी को 2018 में यहां की 114 सीटों पर जीत मिली थी.
लगातार चलेगा बैठकों का दौर
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक दिल्ली में दो दिनों तक चली. खबरों के मुताबिक, यहां 100 उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा हुई, लेकिन आपसी सहमति नहीं बन पाई और सूची को होल्ड कर दिया गया. अभी आने वाले समय में कई और बैठकें होने वाली हैं. इसके बाद ही उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की जाएगी. वहीं बैठक के बाद कमल नाथ ने मीडिया से कहा कि अभी एक भी नाम फाइनल नहीं हुआ है. सुत्रों के मुताबिक टिकट बंटबारे को लेकर किसी फॉर्मूले पर सहमति नहीं बन पाई थी.
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क्यों पिछड़ रही कांग्रेस ?
जानकारी के मुताबिक, कई सीटों पर कांग्रेस के पास एक से ज्यादा प्रत्याशी हैं. इसलिए कांग्रेस को डर है कि कहीं गुटबाजी न हो जाए और उसको खामियाजा भुगतना पड़े. दूसरी तरफ कांग्रेस बीजेपी के गढ़ में मजबूत प्रत्याशी उतारना चाहती है. इसके लिए कांग्रेस ने अलग से प्लान बनाया है. पार्टी प्रदेश 66 सीटों पर ज्यादा मंथन कर रही है. जहां बीजेपी मजबूत है. इसमें बुधनी, दतिया, नरेला और इंदौर की सीटें शामिल हैं.
– भारत एक्सप्रेस
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