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फिर दहल उठा Manipur! प्रदर्शनकारियों ने BJP दफ्तर में लगाई आग, हिंसक हुआ माहौल, जानें अब क्यों भड़क रही हिंसा

Manipur BJP Office Fire: जैसे ही सुरक्षाबलों को बीजेपी दफ्तर में आग लगने की खबर मिली तो तुरंत मौके पर पहुंचकर सुरक्षाबलों ने आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक कार्यालय में रखा सामान जलकर खाक हो चुका था.

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मणिपुर में बीजेपी दफ्तर में लगाई आग (फोटो ट्विटर)

Manipur violence: मणिपुर में एक बार फिर भीषण हिंसा भड़क उठी है. इम्फाल घाटी में दो छात्रों की हत्या के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. बुधवार को छात्रों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए. इस बीच सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया. एक तरफ पहाड़ी इलाकों में अफस्पा (AFSPA) 6 महीने के लिए बढ़ा दी गई है तो वहीं दूसरी तरफ भीड़ भी और उग्र हो गई है. गुरुवार रात को उग्र भीड़ ने थौबल जिले में बीजेपी मंडल कार्यालय को आग के हवाले कर दिया.

जैसे ही सुरक्षाबलों को बीजेपी दफ्तर में आग लगने की खबर मिली तो तुरंत मौके पर पहुंचकर सुरक्षाबलों ने आग पर काबू पाया. हालांकि तब तक कार्यालय में रखा सामान जलकर खाक हो चुका था. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है.

क्यों भड़क उठी हिंसा ?

बता दें कि छह जुलाई को दो छात्रों के लापता होने की खबर सामने आई थी. इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई. इसके विरोध में ही प्रदर्शनकारी लगातर विरोध कर रहे हैं. इसके बाद प्रदर्शन कर रही भीड़ पर मंगलवार को पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के कुछ घंटे बाद मणिपुर सरकार ने अगले पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया. इम्फाल घाटी में दो युवकों की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया, जिसमें 45 से अधिक छात्र घायल हो गए.

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एक अधिसूचना में कहा गया, ‘‘मणिपुर सरकार ने राज्य के अधिकार क्षेत्र में वीपीएन के माध्यम से मोबाइल इंटरनेट डेटा सेवाओं, इंटरनेट/डेटा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से एक अक्टूबर, 2023 की शाम 7:45 बजे तक निलंबित करने का निर्णय लिया है.’’ मणिपुर में मई की शुरुआत में जातीय हिंसा भड़कने के कारण इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं और चार महीने से अधिक समय के बाद 23 सितंबर से सेवाएं बहाल की गई थीं.

अब इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. खबरों के मुताबिक, सीबीआई निदेशक अजय भटनागर अपनी टीम के साथ बुधवार को इम्फाफल पहुंच गए हैं. इस मामले पर मुख्यमंत्री बीरेन सिंह लगातार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संपर्क में बने हुए हैं. सुरक्षाकर्मियों को अलर्ट पर रखा गया है.

– भारत एक्सप्रेस



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