PayU Lay off: ऑनलाइन भुगतान समाधान कंपनी पेयू ने तकरीबन 150 कर्मचारियों की छंटनी की है, जो उसके कुल कर्मचारियों के छह प्रतिशत से कम है. ये छंटनी तब की गई जब पेयू को काफी अच्छा लाभ मिला है. वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में इसका राजस्व 38 प्रतिशत बढ़कर 183 मिलियन डॉलर हो गया. एक रिपोर्ट की माने तो पेयू के प्रवक्ता ने बताया, जैसा कि हम भारत में एक पूर्ण-स्टैक डिजिटल वित्तीय सेवा पारिस्थितिकी तंत्र बनाने में लगे हुए हैं, यह सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है कि पेयू के पास सही संरचना और संसाधन हों और यह तेजी से विकसित हो रहे फिनटेक बाजार का जवाब देने के लिए पर्याप्त रूप से फुर्तीला हो और बाजार पर अपना कब्जा कर ले.
पेयू भारत में प्रमुख भुगतान गेटवे
प्रवक्ता ने बताया कि हम भारत में कुछ व्यवसायों में टीमों को फिर से तैयार कर रहे हैं. पेयू की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बड़े डाउनसाइजि़ंग की कोई योजना नहीं है और कोई भी एट्रिशन हमारे व्यवसाय के सामान्य पाठ्यक्रम का एक हिस्सा होगा. पेयू भारत में प्रमुख भुगतान गेटवे में से एक माना जाता है और इसने 4.5 लाख से अधिक व्यवसायों को सशक्त बनाया गया है, जिनमें प्रमुख ई-कॉमर्स दिग्गज और एसएमबीएस शामिल हैं.
यह व्यवसायों को 150 से अधिक ऑनलाइन भुगतान विधियों में डिजिटल भुगतान जमा करने में सक्षम बनाता है. कंपनी के मुताबिक पेयू के भीतर कोई भी नौकरी में कटौती हमेशा अनुबंध के नियमों और शर्तों के अनुसार होती रहती है. पेयू इंडिया का उद्देश्य प्रौद्योगिकी के जरिए ग्राहकों (व्यापारियों, बैंकों और उपभोक्ताओं) की सभी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए एक पूर्ण-स्टैक डिजिटल वित्तीय सेवा मंच बनाना है.
6 महीनों में पेयू ने 48 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की
पेयू पेमेंट्स के मुख्य उत्पाद अधिकारी मानस मिश्रा ने कहा कि 2022 में इसने उत्पाद नवाचारों के जरिए सरकार की पहल का समर्थन किया है, जिससे व्यापारियों और जारीकर्ताओं को नियमों के अनुकूल होने में मदद मिलती है, उन्होंने पिछले सप्ताह एक बयान में कहा यह हमारे लिए एक रोमांचक वर्ष साबित हुआ है, क्योंकि देश सामान्य स्थिति में लौट आया है और वित्त वर्ष 2023 के पहले 6 महीनों में पेयू ने 48 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.