Bharat Express

धोखे और लालच से प्रेरित धर्मांतरण का नेटवर्क, विश्व हिंदू परिषद लगाएगी लगाम, बोले- चंपल राय

Champat Rai: चंपत राय ने कहा, ”हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी माताओं-बहनों के माध्यम से परिवारों में अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देकर ‘लव जिहाद’ की चुनौती को स्वीकार करें”.

CHAMPAT RAI

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय

Champat Rai: विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और श्री राम जन्मभूमि (Ram Mandir) तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि विहिप धोखे और लालच से प्रेरित धर्मांतरण के नेटवर्क को रोकने के लिए ठोस प्रयास करेगा. उन्होंने कहा कि विहिप का नेटवर्क 2024 तक गांव-गांव और मोहल्ले तक पहुंच जाएगा और तब न गायों की हत्या होगी न धर्म परिवर्तन होगा और न ही लव जिहाद (love jihad) की घटनाएं होंगी. उन्होंने कहा, अवैध धर्मांतरण और तथाकथित उपचार सभाओं के कारण देश की अनुसूचित जनजातियों के मन में तनाव बढ़ रहा है और हमें इस बात पर ध्यान देना होगा कि लालच, छल या भय किसी भी कीमत पर धर्मांतरण न हो.

चंपत राय ने यहां चल रहे माघ मेला-2023 में संगठन के परेड ग्राउंड कैंप में शुरू हुई विहिप के काशी प्रांत की दो दिवसीय बैठक में बोल रहे थे. उन्होंने कहा, हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी माताओं-बहनों के माध्यम से परिवारों में अपनी संस्कृति और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देकर ‘लव जिहाद’ की चुनौती को स्वीकार करें. उन्होंने कहा, सामाजिक समरसता फैलाने और हमारे समाज के वंचित सदस्यों को मुख्य धारा में लाने का काम लगातार किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें-  Weather Update: उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप जारी, दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट जारी, यूपी के कई जिलों में 14 जनवरी तक स्कूल बंद

‘धर्मांतरण को प्रभावी ढंग से रोका जा सके’

चंपत राय ने आगे कहा, ”संगठन की रोजगार और चिकित्सा परियोजनाएं पूरे जोरों पर चल रही हैं और आने वाले छह महीनों में इस तरह की पहल की संख्या बढ़ानी होगी, ताकि धर्मांतरण को और अधिक प्रभावी ढंग से रोका जा सके. उन्होंने कहा कि ये हमारी नियमित बैठक है. जिसमें हम आने वाले छह महीनों की कार्ययोजना बनाते है. सभी कर्याकर्ता नंवबर महीने में हिंदू समाज (Hindu Samaj) के बीच हितचिंतक समाज अभियान को लेकर गए थे. जिसका उद्देश्य हर हिंदू तक पहुंचना है. उन्होंने कहा कि हमें हितचिंतक सामज के लोगों को एक सूत्र में बांधने के गांव-गांव में पहुंचना पड़ेगा. बीते समय में काफी ज्यादा देश में धर्मांतरण की घटनाएं सामने आईं हैं.

– भारत एक्सप्रेस

 

 

Also Read