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Parshavi Chopra: करियर के लिए छोड़ना पड़ा पहला प्यार, तब जाकर हुआ वर्ल्ड कप का सपना साकार

पार्श्वी अपने परिवार में इकलौती लड़की हैं और उन्होंने वो कामयाबी हासिल की जो कि उनके परिवार में कोई और नहीं कर पाया.

Parshavi Chopra

Parshavi Chopra Profile

Parshavi Chopra Profile: पार्श्वी चोपड़ा ने पहली बार ICC U19 महिला T20 विश्व कप टूर्नामेंट में टीम इंडिया के लिए सबसे अधिक विकेट झटके. दक्षिण अफ्रीका में मेगा इवेंट में नीली जर्सी पहनकर चोपड़ा ने छह मैचों में 11 विकेट लिए और टीम को चैंपियन बनने में मदद की. ICC U19 महिला T20 वर्ल्ड कप 2023 प्रतियोगिता से पहले बहुत से प्रशंसक पार्श्वी चोपड़ा की प्रतिभा और कौशल के बारे में नहीं जानते थे, लेकिन युवा लेग स्पिनर अब हाल ही में संपन्न टूर्नामेंट में अपने जबरदस्त फॉर्म के कारण एक लोकप्रिय नाम बन गई हैं.

अंडर-19 वर्ल्ड कप में पार्श्वी का सफर

टूर्नामेंट में अपनी फिरकी से फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट का ध्यान अपनी ओर खींचना इस गेंदबाज के लिए ज्यादा मुश्किल नहीं था. पार्श्वी ने भारत महिला अंडर-19 टीम के लिए छह मैच खेले. उन्होंने 3.66 की इकॉनमी रेट से टीम के लिए 11 विकेट लिए. विपक्षी बल्लेबाजों के लिए उनसे मुकाबला करना मुश्किल हो रहा था और शायद ही बल्लेबाज उनके खिलाफ बड़े शॉट खेलने में सफल रहे. चोपड़ा ने 11.4 की शानदार गेंदबाजी स्ट्राइक रेट बनाए रखी. उन्होंने टूर्नामेंट में कुछ मेडन ओवर भी फेंके, जबकि पोटचेफस्ट्रूम में श्रीलंका महिला U19 के खिलाफ उसका 4/5 का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन था.

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जैसा कि हमने पहले भी कहा, ICC U19 महिला T20 विश्व कप 2023 से पहले पार्श्वी क्रिकेट की दुनिया में एक जाना-पहचाना नाम नहीं थीं. चोपड़ा का जन्म 10 मई, 2006 को बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश में हुआ था. उनकी उम्र मात्र 16 साल और 265 दिन की है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में वो भारतीय महिला टीम की अहम खिलाड़ी बनकर सामने आएंगी.

करियर के लिए छोड़ना पड़ा पहला प्यार

अब तक आपने कई ऐसे किस्से सुने होंगे जिसमें खिलाड़ियों के संघर्ष और उनकी कड़ी मेहनत की बात की गई होगी. लेकिन पार्श्वी की कहानी इससे थोड़ी अलग है. क्रिकेट के मैदान पर मिली इस कामयाबी के लिए पार्श्वी को काफी कुछ छोड़ना पड़ा जिसमें उनका पहला प्यार भी शामिल है. पार्श्वी अपने परिवार में इकलौती लड़की हैं और उन्होंने वो कामयाबी हासिल की जो कि उनके परिवार में कोई और नहीं कर पाया. बेटी की कामयाबी ने पूरे खानदान को जश्न मनाने का मौका दिया है. पार्श्वी के पिता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है जिसने अपने खेल से देश को वर्ल्ड चैंपियन बनाया है.

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