मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल
Delhi Liquor Scam: दिल्ली आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया को आज (शनिवार) राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें दो दिनों की सीबीआई रिमांड में भेज दिया है. साथ ही कोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. इस मामले की अगली सुनवाई 10 मार्च को दोपहर 2 बजे होगी.
इससे पहले मनीष ने नियमित जमानत के लिए दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट (Rouse Avenue Court) में शुक्रवार को याचिका दायर कर दी थी. मनीष सिसोदिया की कोर्ट में पेशी को लेकर आम आदमी पार्टी ने धरना प्रदर्शन किया.
जांच में सहयोग नहीं कर रहे सिसोदियो- CBI
सीबीआई (CBI) के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री सिसोदिया पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं. केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि जनवरी में उन्होंने सिसोदिया के कार्यालय से एक कंप्यूटर जब्त किया था. जांच में पता चला कि कंप्यूटर से फाइलें और अन्य डेटा डिलीट कर दिए गए हैं. सीबीआई ने तब हटाए गए फाइलों को पुन: प्राप्त करने के लिए कंप्यूटर को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) में भेजा था. अब एफएसएल ने उन्हें रिपोर्ट देकर कंप्यूटर से डिलीट की गई फाइल को बरामद कर लिया है.
गिरफ्तारी के बाद दिया था इस्तीफा
इसके अलावा सिसोदिया का सामना एक आईएएस अधिकारी के बयान से भी हुआ, जिसने उनके खिलाफ सरकारी गवाह बन कर बयान दर्ज कराया था. अपनी गिरफ्तारी के एक दिन बाद सिसोदिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जेल में रह रहे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी उन्हीं के साथ इस्तीफा दे दिया था. सीबीआई ने रिमांड पेपर में आरोप लगाया है कि सिसोदिया ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में अहम भूमिका निभाई थी. बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में सात लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है और वे मामले में एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करने के लिए भी तैयार है.