माफिया अतीक अहमद (फाइल फोटो)
Mafia Atiq Ahmed: माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद भी उसके राज खुलने का सिलसिला जारी है. अतीक अहमद अपना खुद का राज और वसूली के दम पर व्यापारियों से टैक्स वसूलता था. इसके लिए वह अलग-अलग पर्चियां भी बांटता था और पर्चियों का रेट भी अलग-अलग होता था. माफिया अतीक दो तरह की पर्चियां बांटा करता था एक गुलाबी रंग की तो दूसरी सफेद रंग की. वह छोटे व्यापारियों के लिए गुलाबी पर्ची और बड़े व्यापारियों-बिल्डरों को सफेद पर्ची दिया करता था.
छोटे व्यापारियों को दी जाने वाली गुलाबी पर्ची के दाम 3 से 5 पांच लाख रुपये तक हुआ करते थे. वहीं सफेद पर्ची देकर माफिया बड़े व्यापारियों से पांच लाख के ऊपर के दाम वसूलता था.
सालों से चल रहा था अतीक का चुनाव टैक्स लेने का धंधा
जानकारी के मुताबिक, अतीक चुनाव लड़ने के लिए व्यापारियों से काफी समय से टैक्स लेता हुआ आ रहा था. वह व्यवसाय और बिल्डर से जुड़े कारोबारियों से इलेक्शन लड़ने के लिए टैक्स लेता था. इसके लिए कारोबारियों को ‘गुंडा टैक्स पर्ची’ जारी होती थी. इसके बाद कारोबारी नकद के साथ अतीक के खाते में भी पैसे जमा कराते थे. अतीक अहमद के बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खाते में चुनाव टैक्स के पैसे जमा होते थे. दरअसल अतीक का अपना बिल्डर नेक्सस था. वो जमीन पर अवैध तरीके से कब्जा करता और फिर बिल्डर के जरिए उनसे पैसा कमाता था.
जानकारी के मुताबिक, अतीक अहमद के बाद एक और नाम सामने आया है. वो भी अपनी माफिया गिरी के चलते इस तरह से पैसे कमाता है. उसका है मोहम्मद मुस्लिम पुलिस अभी इसकी की तलाश कर रही है.
कैसे हुई थी अतीक की हत्या ?
बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की उस वक्त तीनों ने हत्या कर दी थी, जब दोनों को मेडिकल जांच के लिए पुलिस कस्टडी में ले जाया जा रहा था. यह घटना बीते शनिवार (15 अप्रैल) की रात करीब 10 बजे हुई थी. हत्यारे पत्रकार बनकर पहुंचे थे और उस दौरान माफिया ब्रदर्स पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी थी, जब मीडिया दोनों से सवाल-जवाब कर रही थी. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें तीनों का लाइव शूटआउट भी दिखाई दे रहा है.
– भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.