विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो)
विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने भारत दौरे पर आए ब्रिटिश मंत्री लार्ड तारिक अहमद से ब्रिटेन में भारत के राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के दुरुपयोग को रोकने को कहा. विदेश राज्य मंत्री लार्ड अहमद (राष्ट्रमंडल और विकास मामलों) के साथ एक बैठक के दौरान जयशंकर के दावे खालिस्तान समर्थकों द्वारा मार्च में लंदन में भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ की पृष्ठभूमि के खिलाफ थे.
विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट कर दी जानकारी
जयशंकर ने ट्विटर पर इसे साझा किया. विदेश मंत्री जयशंकर ने सोमवार को कहा, ”आज नई दिल्ली में ब्रिटेन के एमओएस लार्ड तारिक अहमद से मुलाकात की, हमारे राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के दुरुपयोग को रोकने के दायित्व को रेखांकित किया.” केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अप्रैल में ब्रिटेन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद लंदन में भारतीय मिशन पर हमले के मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपी थी.
हिंद-प्रशांत और जी20 तक कई मुद्दों पर हुई चर्चा
जयशंकर ने कहा कि उन्होंने यात्रा पर आए विदेश राज्य मंत्री (राष्ट्रमंडल व विकास मामले) के साथ मुक्त व्यापार समझौते और दक्षिण एशिया से लेकर हिंद-प्रशांत और जी20 तक कई मुद्दों पर चर्चा की। मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर भारत और ब्रिटेन के बीच नौ दौर की बातचीत हो चुकी है।
भारत और ब्रिटेन पिछले साल जनवरी से एक एफटीए पर बातचीत कर रहे हैं, जिसका लक्ष्य एक व्यापक समझौते की दिशा में है, जिससे 2022 में अनुमानित ब्रिटेन के 34 अरब पाउंड के द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है।
क्या कहते हैं ब्रिटेन सरकार के आंकड़े?
हाल ही में, एफटीए के लिए ब्रिटेन के मुख्य वार्ताकार ‘हरजिंदर कांग’ को मुंबई में स्थित दक्षिण एशिया में देश का नया व्यापार आयुक्त और पश्चिमी भारत का उप उच्चायुक्त नियुक्त किया गया। ब्रिटेन सरकार के आंकड़ों के अनुसार, भारत 2022 की तीसरी तिमाही के अंत तक चार तिमाहियों में ब्रिटेन का 12वां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था, जो ब्रिटेन के कुल व्यापार का 2.1 प्रतिशत था।
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