शिवपाल यादव और अखिलेश यादव
प्रमुख अखिलेश यादव से सुलह होने और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी दिये जाने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा में अग्रिम पंक्ति में बैठे देखे जा सकते हैं. राज्य विधानसभा का सत्र 20 फरवरी से शुरू हो रहा है. बैठने की व्यवस्था में बदलाव के लिए सपा के मुख्य सचेतक मनोज कुमार पांडेय ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखा है. पांडे ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘अब शिवपालजी पार्टी विधायक अवधेश प्रसाद की सीट पर पहली पंक्ति में बैठेंगे, प्रसाद अखिलेश यादव के बगल में बैठेंगे.’’
पत्र के अनुसार व्यवस्था की जाएगी
अब तक विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के बगल वाली सीट आजम खान के लिए तय की गई थी. अब अयोध्या की मिल्कीपुर सीट से सपा विधायक प्रसाद वहां बैठेंगे. इटावा जिले की जसवंत नगर सीट से विधायक शिवपाल अब तक पिछली सीट पर बैठे नजर आते थे. राज्य विधानसभा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘हमें पत्र मिल गया है. उसी के अनुसार व्यवस्था की जाएगी.’’
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‘‘चाचा-भतीजा’’ के रिश्तों में सुधार
2017 के बाद से कई उतार-चढ़ाव के बाद ‘‘चाचा-भतीजा’’ (शिवपाल अखिलेश) के रिश्तों में सुधार हुआ है और पिछले साल अक्टूबर में सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की मृत्यु के बाद से दोनों को एक साथ देखा गया है. इसी वजह से मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में डिंपल यादव ने रिकॉर्ड अंतर से जीत दर्ज की थी. ताजा कदम दोनों नेताओं की नयी मिली मित्रता का परिणाम है. बदले परिदृश्य में शिवपाल यादव और चचेरे भाई रामगोपाल यादव के रिश्ते भी बेहतर हुए हैं.