केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव
Politics On Ram Mandir Ayodhya: श्रीरामनगरी अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा पर देश-दुनिया के रामभक्तों की निगाहें जमी हुई हैं. इसके लिए रामनगरी में जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं. अयोध्या को भव्य रूप दिया जा रहा है. मंदिर निर्माण कार्य भी पूरा होने वाला है. हालांकि, इसके साथ साथ सियासी तकरार भी मची हुई है.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने राम मंदिर को लेकर ऐसा बयान दे डाला कि अब भाजपा के नेता उन्हें खरी-खोटी सुना रहे हैं. सपा नेता शिवपाल यादव के राम मंदिर के नाम पर फिजूल खर्च वाले बयान पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, “अगर हम राम मंदिर के नाम पर फिजूल खर्च कर रहे होते तो जिनको राम की मर्यादाओं का ज्ञान है,जिनको राम के नाम में भरोसा है और जो विरासत पर गर्व करते हैं वो इस तरह की बाते नहीं करते.”
मीनाक्षी लेखी ने यूपी के अमरोहा में कहा— “पीएम मोदी ने हमें दिशा दी है कि 2047 में अगर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है तो अपनी विरासत पर गर्व करना होगा और जब विरासत होगी तभी विकास भी होगा और उसी विरासत पर गर्व करते हुए विकास की यात्रा को पूरा करने का सबने संकल्प लिया है और जब देश संकल्प लेता है तो समाज आगे एक साथ बढ़ता है.”
जानिए सैफई में क्या-कुछ बोले थे शिवपाल सिंह यादव
बता दें कि सैफई के ग्राम मुचेहरा में कंबल वितरण समारोह में संबोधित करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने भगवान राम के संबंध में बोलते हुए भाजपा पर निशाना साधा था. शिवपाल ने कहा था कि भगवान राम केवल भाजपा के ही नहीं हैं सभी के हैं, लेकिन प्रचार ऐसा हो रहा है कि जैसे भगवान राम केवल भाजपा के हैं.
“पैसे वाले लोग एक बार भी भगवान का नाम नहीं लेते होंगे”
शिवपाल ने कहा था— “भाजपा को मंदिर के अलावा कुछ नहीं दिखाई दे रहा. हम सभी लोग भगवान श्रीराम को मानते हैं. हमें तो लगता है कि सबसे अधिक गरीब, पिछड़े, दलित व उपेक्षित लोग भगवान राम को मानते हैं. जितने पैसे वाले लोग हैं वह दिन में एक बार भी भगवान का नाम नहीं लेते होंगे.”
शिवपाल बोले— “भाजपा बेफिजूल का खर्चा कर रही है. इस खर्चे को गरीबों और उपेक्षितों की मदद के लिए करना चाहिए था, लेकिन केवल पूंजीपतियों के लिए काम किया जा रहा है. सरकार विदेश से कर्जा ले रही है. और, ऐसे पैसा बहा रही है.”
— भारत एक्सप्रेस