उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में चिकनपॉक्स फैल गया है. गोविंदपुर प्राथमिक विद्यालय के करीब 20 बच्चे और एक शिक्षक चिकनपॉक्स से संक्रमित मिले हैं. जिला स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, 2 फरवरी को पहली बार कुछ बच्चों के चेहरे पर लाल धब्बे देखे गए. इसे मच्छर के काटने से बताया गया. लेकिन संख्या बढ़ती रही और चेचक के लक्षण दिखाई देने लगे.
खंड शिक्षा अधिकारी लालजी ने विद्यालय के सहायक अध्यापक विवेक कुमार के भी इस रोग से संक्रमित होने की पुष्टि की है. विद्यालय के सूत्रों के अनुसार दो फरवरी को गोविंदपुर प्राथमिक विद्यालय आए कुछ बच्चों के चेहरे पर लाल दाने दिखाई दिए. शिक्षकों ने समझा कि मच्छर के काटने से ऐसा हुआ है, लिहाजा उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.
स्वास्थ्य विभाग हरकत में
शुक्रवार को विद्यालय की तरफ से बच्चों के चिकनपॉक्स से संक्रमित होने की जानकारी मिली. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दवा वितरण करने के साथ ही उपचार व रोकथाम के अन्य प्रयास शुरू कर दिये हैं. नरही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. साकेत बिहारी शर्मा ने बताया स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और स्कूल में एक टीम भेजी. उन्हें आवश्यक दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं.
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बच्चों में लक्षण दिखाई देने पर घर भेज दिया गया
प्रभारी प्रधानाध्यापक तान्या श्रीवास्तव ने बताया कि विद्यालय के सहायक अध्यापक विवेक कुमार भी इस रोग से संक्रमित हो गए हैं तथा वह भी सर्दी बुखार की चपेट में आ गई हैं. इसकी जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को भी दी गई है. प्रधानाध्यापक ने बताया कि बच्चों के अभिभावक भी इस रोग से संक्रमित हो गये हैं, जिसकी जानकारी बच्चों ने ही दिया है.
शुक्रवार को कक्षा एक की अनामिका, निशांत, कक्षा दो उज्जवल यादव, आकांक्षा कक्षा तीन गोल्डी कक्षा चार विकास यादव सहित 20 बच्चों में लक्षण दिखाई देने पर बच्चों को घर भेज दिया गया. इसके बाद, इसकी जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग भी हरकत में आया और मौके पर टीम पहुंची. सीएचसी अधीक्षक डॉ. साकेत बिहारी शर्मा ने बताया कि बच्चों में चिकेनपॉक्स के लक्षण पाए गए हैं. कल टीम भेजकर जरूरी दवाएं उपलब्ध कराई जाएगी. उधर, इसे लेकर गांव में दहशत है.
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