मेघालय में तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस को झटका (फोटो IANS)
Meghalaya Assembly Elections: नॉर्थ ईस्ट के तीन राज्यों में चुनाव नतीजे आने के बाद अब तस्वीर एक दम साफ हो गई है. यहां तृणमूल कांग्रेस (TMC) और कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. जो मेघालय में कोनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को सत्ता से बाहर रखने के लिए वैकल्पिक गठबंधन की तलाश कर रहे थे. दूसरी सबसे बड़ी पार्टी युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) ने रविवार को पूर्वोत्तर राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए एनपीपी को अपना समर्थन दिया है.
एनपीपी (26) के बाद दूसरे स्थान पर रही पार्टी यूडीपी के अध्यक्ष मेटबाह लिंडोह ने कोनराड संगमा को लिखे एक पत्र में उल्लेख किया है. आपकी पार्टी के प्रदर्शन पर बधाई, जिसके परिणामस्वरूप शानदार जीत हुई. लोगों के जनादेश के आलोक में मैं युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के संसदीय दल की ओर से सरकार गठन के लिए समर्थन प्रदान करते हैं.
TMC और कांग्रेस की उम्मीद खत्म
वहीं पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDF) और यूडीपी (UDP) ने कोनराड संगमा की पार्टी को समर्थन देने के बाद TMC और कांग्रेस की उम्मीद को पूरी तरह से खत्म कर दिया है. बता दें कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (PDF), जो पहले वैकल्पिक गठन के लिए तृणमूल कांग्रेस के नेता मुकुल संगमा के साथ बातचीत कर रहा था. अब पूरी तरह से अलग हो चुका है, पीडीएफ एनपीपी को समर्थन देने के लिए यूडीपी में शामिल हो गया. ताजा घटनाक्रम के बाद एनपीपी को अब राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा में 45 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. जबकि सरकार बनाने के लिए प्रदेश में सरकार बनाने के लिए किसी दल या गठबंधन को न्यूनतम 31 विधायकों की जरूरत है.
तीनों राज्यों में बीजेपी की होगी सरकार ?
त्रिपुरा में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है तो वहीं नागालैंड में भी वह अपने सहयोगी दल के साथ सरकार बना लेगी. लेकिन अभी तक जो पेच फंसा हुआ था वो मेघालय में फंसा हुआ था क्योंकि यहां किसी भी पार्टी बहुमत नहीं मिला था. हालांकि मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने बीजेपी से समर्थन मांगा था. वहीं चुनाव 27 फरवरी को हुआ था, जबकि परिणाम 2 मार्च को घोषित किया गया था.