कानपुर के हृदय संस्थान में 25 लोगों की मौत (फोटो ट्विटर)
Cold Attack: पूरे उत्तर भारत में खून जमा देने वाली कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है. उत्तर प्रदेश में कानपुर (Kanpur) जिले में शीतलहर ने कहर बरपाया हुआ है. जिसके चलते हृदय रोगों (Heart Diseases) की समस्या बढ़ रही है. बीते दिन गुरूवार को कानपुर के हृदय संस्थान (heart institute) में 723 मरीज इलाज के लिए पहुंचे. जिनमें से 40 से ज्यादा मरीजों की हालत गंभीर पाई गई. जिसके बाद उनको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया.
वहीं एक्सपर्ट ने बताया है कि जनवरी के महीने में कड़ाके की ठंड ने लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा असर डाला है. डॉक्टरों का कहना है कि ठंड में अचानक ब्लड प्रेशर बढ़ने से नसों में खून का थक्का (Blood Clotting) जम जाता है. इसी वजह से हार्ट अटैक और ब्रेन अटैक पड़ रहा है.
‘कोल्ड अटैक से मौत का आंकड़ा 25 पहुंचा’
प्रदेश में सबसे ज्यादा ठंड कानपुर शहर में हो रही है. यहां पर घने कोहरे के साथ-साथ बर्फीली हवाओं ने सिरदर्द पैदा कर दिया है. वहीं हृदय संस्थान के डॉक्टर्स ने बताया कि बीते दिन 723 में से 39 मरीजों का ऑपरेशन करना पड़ा. वहीं सात लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई. आकंड़ों के मुताबिक हार्ट और ब्रेन अटैक से पूरे शहर में अभी तक रोगियों की मौत का आंकड़ा 25 हो गया है. वहीं उन्होंने आगे बताया कि 25 में से 17 मरीज तो कार्डियोलॉजी की इमरजेंसी तक ही नहीं पहुंच पाए. उन्हे चक्कर आया और वो बेहोश हो गए.
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शीतलहर से बचने की तरीके
कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर प्रोफेसर विनय कृष्णा ने बताया कि शीत लहर में रोगियों को ठंड से बचना चाहिए. साथ ही जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें. बाहर निकलने पर नाक, कान और सिर को गर्म कपड़ों से ठीक से ढ़कलें. वहीं, डॉक्टर्स ने 60 की उम्र के ऊपर के लोगों को शीत लहर में बाहर न निकलने की सलाह दी है. इसके अलावा डॉक्टर्स ने हृदय रोग वाले लोगों को रात में हल्का भोजन करने की सलाह दी. क्योंकि रात को जब ठंड बढ़ जाती है तो ब्लड हार्ट तक जाने की वजह इंटेस्टाइन (आंत) तक पहुंच जाता है, इसलिए हल्का भोजन करें ताकि ज्यादा से ज्यादा ब्लड हार्ट तक पहुंच सके.
– भारत एक्सप्रेस