मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर पहला सेमी-आर्क ‘वायिल ट्रस ब्रिज’ कश्मीर और लद्दाख के बीच महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में उभरा है, जिसने राजमार्ग पर यात्रा को आसान बनाने में जम्मू-कश्मीर प्रशासन की काफी मदद की है. लोगों ने क्षेत्र में इस अद्वितीय इंजीनियरिंग आविष्कार को स्थापित करने के लिए यूटी सरकार और अन्य सभी लोगो की काफी तारिफ की है. यह कश्मीर आने के बाद यहां से लेह जाने वाले पर्यटकों के लिए सफर को आसान बनाएगा. यहां सड़कों, पुलों का निर्माण 4 लाख लोगों के जीवन में बदलाव लाएगा.
दो मार्गीय पुल के निर्माण में 23.79 करोड़ रुपये खर्च आया है. इस तरह का यह पुल कश्मीर में पहला है. 330 मीटर लंबे इस पुलिस के स्पैन 110 मीटर लंबे और 10.50 मीटर चौड़े हैं. इसे बहुत मजबूती से बनाया गया है. इस पुल का प्रयोग न केवल गांदरबल के लोग कर पाएंगे बल्कि यहां से सोनमर्ग और अमरनाथ जाने वालों के लिए भी है वरदान साबित होगा.
परियोजनाएं सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण: एलजी
इस दौरान उप राज्यपाल ने कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि लोगों को समर्पित परियोजनाएं जिले के विकास में तेजी सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कों का उन्नयन, लिंक सड़कों और पुलों का निर्माण 4 लाख से अधिक निवासियों के जीवन में आर्थिक समृद्धि और सामाजिक सशक्तिकरण लाएगा. इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों को जी20 की सफल बैठक के लिए बधाई भी दी. साथ ही कहा कि जी 20 बैठक एक नए युग की शुरुआत है. इसने शांति और प्रगति की अपार संभावनाओं के द्वार खोले हैं.
जी20 कार्यक्रम ने नया उत्साह, विश्वास जगाया
उन्होंने कहा कि श्रीनगर में 17 देशों के 57 प्रतिनिधियों की तीन दिवसीय बैठक ने लोगों में नया उत्साह, नया विश्वास जगाया है. उपराज्यपाल ने कहा कि जिस तरह से जी20 कार्यक्रम में समाज के हर वर्ग ने उत्साहपूर्वक भाग लिया. वह नए और उभरते जम्मू-कश्मीर के उदय का संकेत है. उप राज्यपाल ने कहा, जी20 बैठक यूटी के लोगों के लिए खुशी का अवसर था और हमारे नागरिकों की कड़ी मेहनत के कारण जबरदस्त प्रतिक्रिया, भागीदारी और उपलब्धियां संभव हो पाई हैं. उद्घाटन समारोह में उप राज्यपाल ने समावेशी विकास की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया.