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आजादी के अमृत काल में प्रदेश विकास के आयाम छू रहा है, PM मोदी के नेतृत्व में भारत शक्तिशाली बना- CM शिवराज सिंह चौहान

Madhya Pradesh: मुख्यमंत्री चौहान ने आज विधानसभा में कहा कि लाड़ली लक्ष्मी बहना, बहनों के सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण योजना है. बहनों के कल्याण की यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है.

Shivraj singh Chauhann

सीएम शिवराज सिंह चौहान (फोटो ट्विटर)

CM Shivraj Singh Chauhan: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी वर्गों के कल्याण के लिए राज्य सरकार कार्य कर रही है. आजादी के अमृत काल में विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश विकास के आयाम छू रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एक गौरवशाली, वैभवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है. मोदी युगपुरूष हैं. विश्व में भारत की साख बढ़ रही है. विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है. सिर्फ ईंटगारों का भवन नहीं हैं. मध्यप्रदेश विधानसभा की गौरवशाली परम्परा रही है. स्वस्थ आलोचना जायज है, लेकिन मर्यादाएं नहीं तोड़ी जाना चाहिए. शालीनता का त्याग नहीं होना चाहिए.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सीएम राइज विद्यालयों के बाद पीएम स्कूल भी खोले जाएंगे, इसके लिए बजट प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना में बुजुर्गों के साथ ही दिव्यांगों को भी हवाई जहाज से तीर्थदर्शन यात्रा करवाई जाएगी.

विधायकों की स्वेच्छानुदान राशि 25 लाख रूपए बढ़ाई जाएगी

इसके अलावा गरीबों के हित में विधायकों की स्वेच्छानुदान राशि 25 लाख रूपए बढ़ाई जाएगी, इस तरह यह कुल 75 लाख रूपए हो जाएगी. इसके अलावा 10 हजार रूपए की सीमा को बढ़ाकर 25 हजार रूपए किया जाएगा. प्रदेश के विकास के लिए अधोसंरचना साधन बढ़ाने के लिए 56 हजार करोड़ से अधिक राशि का प्रावधान किया गया है. प्रदेश में 14 रोप-वे बनेंगे. महाकाल महाराज के दर्शन करने के लिए पर्यटक और श्रद्धालु रेलवे स्टेशन से सीधे श्री महाकाल लोक पहुंच जाएंगे. यातायात को सुगम बनाया जाएगा. प्रदेश में फोरलेन, मेट्रो, हाईवे, एयरपोर्ट बन रहे हैं.

मुख्यमंत्री चौहान ने आज विधानसभा में कहा कि लाड़ली लक्ष्मी बहना, बहनों के सशक्तिकरण की महत्वपूर्ण योजना है. बहनों के कल्याण की यह दुनिया की सबसे बड़ी योजना है. पूर्व सरकार द्वारा संबल, पंच परमेश्वर योजना, मेरिट में आने वाले बच्चों को लेपटॉप लिए जाने की योजना, शून्य प्रतिशत ब्याज पर किसानों को ऋण, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, राशन वितरण, आवासहीनों को भूमि देने के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में बाधा पैदा की गई. अनेक योजनाएं बंद हुईं. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को मेडिकल कॉलेज में अधिक संख्या में प्रवेश देने की व्यवस्था के लिए पुख्ता प्रबंधन किए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस का अभूतपूर्व आयोजन हुआ. अतिथियों का अनोखे ढंग से सत्कार किया गया. इंदौर के लोगों ने दिखा दिया कि अतिथियों के लिए उनके दिल के दरवाजे खुले हुए हैं. प्रदेश में माफियाओं और गुंडा तत्वों पर अंकुश के लिए सख्ती से कार्रवाई की जा रही है. बुलडोजर का उपयोग भी किया गया है. प्रदेश में रेत माफियाओं के 14 हजार वाहन जप्त किए गए। रेत भी जप्त की गई. राष्ट्रीय सुरक्षा कानून में भी खनन माफिया के विरूद्ध प्रकरण बनाए गए हैं. भिंड सहित प्रदेश के अनेक स्थानों पर मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने की पहल की गई.

‘पुलिस आरक्षक के लगभग 7 हजार पद भरे जा रहे हैं’

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विभिन्न पदों पर भर्ती की जा रही है. पटवारी के 7 हजार, शिक्षकों के 15 हजार, पुलिस आरक्षक के लगभग 7 हजार पद भरे जा रहे हैं. आगामी 15 अगस्त तक एक लाख से अधिक लोगों को नियुक्तियां मिल जाएंगी. प्रदेश में 70 प्रकरण में अभियोजन की अनुमति दी गई है. बेईमान और भ्रष्टाचारी लोगों के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी है. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार की संवेदनशीलता का उपहास उड़ाना उचित नहीं है.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बहनों और बेटियों के कल्याण के लिए प्राथमिकता से कार्य हो रहा है. एक समय था जब ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों के साथ भेदभाव होता था. परिस्थितियां बदली हैं, लेकिन अभी भी बहनों को पर्याप्त सम्मान के लिए योजनाएं आवश्यक हैं. इसलिए ही पहले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, इसके पश्चात लाड़ली लक्ष्मी योजना लागू की गई. प्रदेश में 44 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी बेटियां हैं. लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत 10 जून से बहनों के खाते में राशि जमा होने लगेगी. आगामी 25 मार्च से योजना के प्रपत्र भरवाना प्रारंभ किए जाएंगे. प्रदेश में लिंगानुपात में सुधार हुआ है. पहले एक हजार पुरूषों पर 912 स्त्रियों के जन्म के औसत में सुधार के बाद यह आंकड़ा 956 तक लाने में सफलता मिली है. स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलने से नया राजनैतिक नेतृत्व उभरा है. पुलिस में भी 30 प्रतिशत पदों पर बेटियों को नियुक्तियां दी जा रही हैं.

जनसेवा अभियान में 83 लाख से अधिक पात्र हितग्राही जोड़े गए

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शहरों में रहने वाले भूमिहीन लोगों के लिए नि:शुल्क पट्टे, सिंधी और बंगाली विस्थापितों को पट्टे, एक प्रतिशत के प्रीमियम पर आवंटित करने के निर्णय लिए गए हैं. आजादी के अमृत काल में प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस 17 सितम्बर 2022 से प्रारंभ किए गए मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान में प्रदेश में 83 लाख से अधिक पात्र हितग्राही जोड़े गए. योजनाओं से कोई हितग्राही वंचित न हो इसके लिए जनसेवा का यह महायज्ञ संचालित किया गया. अनेक लोकार्पण और शिलान्यास भी किए गए. आंगनवाड़ी केंद्रों में खुशहाली की टोकरी और अन्य नवाचारों की शुरूआत की गई है.

मुख्यमंत्री चौहान ने किसान कल्याण का उल्लेख करते हुए कहा कि पूर्व सरकार में विभिन्न कारणों से किसान डिफाल्टर हो गए थे. उनके लिए ब्याज भरने का जिम्मा सरकार ने लिया. कुल 2500 करोड़ रूपए का प्रावधान इसके लिए किया गया है. किसानों के लिए कुल दो लाख 25 हजार करोड़ की राशि रखी गई. करीब 17 हजार करोड़ रूपए फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन के लिए रखे गए. बिजली सब्सिडी के रूप में किसानों को सहायता के लिए 13 हजार करोड़ रूपए की राशि का प्रावधान किया गया. पीएम किसान सम्मान निधि और मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में क्रमश: 06 और 04 हजार रूपए किसानों के खातों में पहुंचाए गए.

प्रेशर पाइप प्रणाली से सिंचाई क्षेत्र में कार्य हो रहा है

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिंचाई के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में उल्लेखनीय कार्य करके दिखाया है.जहां वर्ष 2003 तक सिर्फ साढ़े सात-आठ लाख हेक्टेयर में सिंचाई होती थी, आज 45 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो रही है. हाल ही में केन्द्र सरकार ने सिंचाई क्षेत्र में मध्यप्रदेश को पुरस्कृत किया है. प्रेशर पाइप प्रणाली से प्रदेश में सिंचाई क्षेत्र में कार्य हो रहा है. प्रदेश में 2600 से अधिक अमृत सरोवर बन गए हैं. जलाभिषेक अभियान भी संचालित हुआ है. नर्मदा का जल क्षिप्रा तक पहुंचाने का कार्य असंभव माना जाता था, जिसे संभव बनाया गया. अलीराजपुर में केनाल ही नहीं पाइप लाइन से पानी पहुंचाया गया. मालवा और निमाड़ अंचल सिंचाई योजनाओं का फायदा ले रहा है.

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मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं के लिए मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के क्रियान्वयन का लाभ दिया जा रहा है. योजना में 50 लाख रूपए तक ऋण के प्रावधान और सरकार की गारंटी से युवाओं को सहायता मिलेगी. युवाओं को सब्सिडी भी सरकार द्वारा दी जाएगी. उद्योगों में काम सीखने के लिए युवाओं को अवसर दिए जा रहे हैं. ‘लर्न एंड अर्न’ पर नौजवानों को प्रतिवर्ष एक लाख रूपए की राशि प्रदान की जाएगी. कौशल उन्नयन के तहत ग्लोबल स्किल पार्क से 6 हजार हुनरमंद युवा सामने आएंगे. भोपाल के बाद ग्वालियर, जबलपुर, रीवा और सागर में भी ग्लोबल स्किल पार्क बनेंगे. मध्यप्रदेश, न्यूनतम बेरोजगारी वाले राज्यों में है। प्रतिमाह रोजगार दिवस मनाया जाता है. स्ट्रीट वेण्डर्स सहित अनेक लघु व्यावसायी भी लाभान्वित हो रहे हैं.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के अधिकार जनजातीय बंधुओं को दिलवाने के लिए पेसा एक्ट बनाया गया. अब जनजातीय बाहुल्य क्षेत्रों में स्थानीय पंचायतों के हस्तक्षेत्र से छोटे-मोटे प्रकरण हल होने लगे हैं. लघु, गौण वनोपज से जुड़े व्यवसाय के लिए स्थानीय स्तर पर प्रबंध किए जा रहे हैं. प्रदेश में 268 ग्राम सभाओं ने तेंदूपत्ता व्यापार के लिए सक्रिय भूमिका निभाने और बिचौलियों को हतोत्साहित करने की पहल की है.

आध्यात्मिक पर्यटन के लिए ठोस कार्य हो रहा है

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन के लिए ठोस कार्य हो रहा है. उज्जैन में श्री महाकाल लोक के विकास किया गया है. अब यहां सप्ताह के अंत में करीब दो लाख पर्यटक और श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं. श्री महाकाल लोक के द्वितीय चरण के कार्य भी पूरे किए जाएंगे. ओंकारेश्वर में एकात्म धाम और अद्वैत संस्थान की स्थापना के साथ आचार्य शंकर की स्टेच्यू ऑफ वननेस नाम से प्रतिमा की स्थापना की पहल की गई. ओरछा में रामराजा धाम और सागर में संत रविदास जी के 100 करोड़ लागत के भव्य मंदिर के निर्माण की पहल की गई है.

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश टाईगर स्टेट होने के साथ-साथ, लेपर्ड स्टेट, घड़ियाल स्टेट और चीता स्टेट भी बन गया है। चीता प्रोजेक्ट के माध्यम से श्योपुर अंचल की अर्थव्यवस्था बदल जाएगी. इस क्षेत्र की सहरिया बहनें होम स्टे की व्यवस्था के लिए प्रयत्नशील हैं। निश्चित ही ग्रामीण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक परिवर्तन आएगा। पर्यटन से रोजगार वृद्धि के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री चौहान ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार का उल्लेख करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश में एक समय सिर्फ पांच मेडिकल कॉलेज थे. प्रदेश में 25 मेडिकल कॉलेज बनाने का कार्य सरकार ने किया. वैक्सीन के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना के आगमन के कुछसमय बाद ही टास्क्‍ फोर्स का गठन कर दिया था. देश में एक नहीं दो तरह की वैक्सीन बनाई गईं. देश की बड़ी आबादी इससे लाभान्वित हुई.

– भारत एक्सप्रेस



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