भारत में बढ़ सकते हैं कोरोना वायरस के मामले
Covid Cases in India: चीन में तबाही मचा रहे कोरोना के बीएफ.7 वेरिएंट से संक्रमित होने वालों की संख्या भारत में भी बढ़ती जा रही है. चीन में मचे हाहाकार के बीच भारत के लिए भी चिंता की खबरें आ रही हैं. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, भारत के लिए अगले 40 दिन काफी गंभीर हो सकते हैं क्योंकि जनवरी के महीने में कोरोना के मामलों में तेजी देखी जा सकती है. भारत में कोरोना के मामलों के बढ़ने का दावा पिछले ट्रेंड्स को देखते हुए किया गया है.
पहले, यह देखा गया है कि पूर्वी एशिया को प्रभावित करने के लगभग 30-35 दिनों के बाद ही कोरोना की लहर भारत में आई थी. कोविड की कम से कम दो से तीन पिछली लहरों के पैटर्न को देखते हुए दावा किया जा रहा है कि देश में अगले 40 दिनों में कोरोना के मामलों में वृद्धि हो सकती है.
इन आशंकाओं के बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा है कि इस बार कोरोना का संक्रमण लोगों के लिए ज्यादा गंभीर नहीं है. ऐसे में अगर देश में कोरोना की लहर आती है तो इससे होने वाली मौतें और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या काफी कम होगी.
एयरपोर्ट्स पर हो रही रैंडम टेस्टिंग
कई देशों में कोविड-19 के बढ़ते खतरे के बीच केंद्र द्वारा विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम जांच फिर से शुरू करने के बाद विभिन्न हवाईअड्डों पर कुल 39 अंतर्राष्ट्रीय यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. हवाईअड्डों पर कोविड संक्रमण के लिए रैंडम टेस्टिंग 24 दिसंबर से शुरू की गई थी. पिछले तीन दिनों में विभिन्न हवाईअड्डों पर कुल 498 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की जांच की गई. सूत्रों के मुताबिक, बुधवार को 39 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, सभी नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है. इसमें चार विदेशी नागरिक भी शामिल हैं जिनकी मंगलवार को गया हवाई अड्डे पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वह गया में दलाई लामा के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आए थे.
इस बीच सूत्रों का कहना है कि चीन, जापान, साउथ कोरिया, हांगकांग, बैंकॉक और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के लिए अगले हफ्ते से ‘एयर सुविधा’ फॉर्म भरना और 72 घंटे पहले की RTPCR जांच अनिवार्य की जा सकती है. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया गुरुवार को स्थिति की समीक्षा करने के लिए इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे का दौरा करेंगे.