सांस्कृतिक संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी) की संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष कमलादेवी चट्टोपाध्याय की स्मृति में '10वां विरासत-कमलादेवी महोत्सव
Centre for Cultural Resources & Training News: सांस्कृतिक संसाधन एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी) की संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष कमलादेवी चट्टोपाध्याय की स्मृति में ’10वां विरासत-कमलादेवी महोत्सव- कलाकारों एवं शिल्पकारों का मेला’ आयोजित किया जा रहा है. इस दस दिवसीय सांस्कृतिक उत्सव का मंचन नई दिल्ली के द्वारका स्थित सीसीआरटी परिसर में शाम 05:00 बजे से होता है.
यह महोत्सव 5 से 14 मार्च, 2024 तक चलेगा. सीसीआरटी के पदाधिकारियों ने कहा कि वे सीसीआरटी की संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष कमलादेवी चट्टोपाध्याय की याद में हर साल यह सांस्कृतिक महोत्सव आयोजित करते हैं. इसमें क्षेत्र के अग्रणी मीडिया संगठनों को भी आमंत्रित किया जाता है. इस सांस्कृतिक महोत्सव का उद्देश्य देश की विविध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना है.
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सजेगा विशेष मंच
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस यानी शुक्रवार 08 मार्च, 2024 के अवसर पर, महिला सशक्तिकरण और महिला स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का जश्न मनाने के विषय पर कहानी नारी शक्ति की – द्रौपदी से द्रौपदी तक शीर्षक से एक मंच प्रस्तुत किया जाएगा. उस कार्यक्रम में सीसीआरटी के छात्रवृत्ति-धारकों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति भी शामिल होगी.
14 मार्च को मालविका जोशी देंगी व्याख्यान
दसवां कमलादेवी चट्टोपाध्याय स्मृति व्याख्यान गुरुवार, 14 मार्च 2024 की शाम 5:00 बजे प्रसिद्ध थिएटर पर्सन और स्टोरी टेलर मालविका जोशी द्वारा दिया जाएगा. इसके अलावा, सीसीआरटी “राजा रवि वर्मा कला वीथिका” नामक एक प्रदर्शनी भी लगा रहा है, जिसमें सीसीआरटी फेलो द्वारा विकसित उत्कृष्ट कृतियों को प्रदर्शित किया गया है. इसके अलावा, सीसीआरटी पूरे देश से 25 मास्टर क्राफ्टपर्सन को भी आमंत्रित कर रहा है जो इस कार्यक्रम में चार चांद लगा देंगे.
शिक्षा क्षेत्र में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा दे रहा CCRT
सांस्कृतिक संसाधन और प्रशिक्षण केंद्र (सीसीआरटी) (www.ccrtindia.gov.in) शिक्षा को संस्कृति से जोड़कर भारत की नींव को मजबूत करने के लिए काम करने वाले प्रमुख संस्थानों में से एक है. CCRT का कार्य देश भर में सेवारत शिक्षकों, शिक्षक प्रशिक्षकों, शैक्षिक प्रशासकों और छात्रों के लिए विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करके पाठ्यक्रम शिक्षण में सांस्कृतिक घटक को शामिल करना ह. यह विभिन्न आयु समूहों में कला और संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रतिभा को बढ़ावा देने के लिए छात्रवृत्ति और फैलोशिप भी प्रदान करता है.
— भारत एक्सप्रेस
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