बसवराज बोम्मई ने दिया इस्तीफा (फोटो ट्विटर)
Basavaraj Bommai Resigns: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद सवराज बोम्मई ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. बोम्मई ने राजभवन में कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत को अपना इस्तीफा सौंपा. इस दौरान उनके साथ बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. इस्तीफा सौंपने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कर्नाटक में भाजपा की हार की जिम्मेदारी लेंगे.
बासवराज बोम्मई ने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था को नष्ट किए बिना लोगों का कल्याण सुनिश्चित किया जाना चाहिए. हम एक विपक्षी दल के रूप में कुशलता से काम करेंगे. उन्होंने कहा, “पिछली बार हमने 104 सीटें जीती थीं. इस बार वोट प्रतिशत ज्यादा होने के बावजूद सीटें कम हुई हैं. हार तो हार है. आत्मविश्लेषण किया जाएगा और गलतियों को सुधारा जाएगा.”
हम सिर्फ चुनाव के लिए काम नहीं करेंगे
बोम्मई ने कहा, “हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं. हम सिर्फ चुनाव के लिए काम नहीं करेंगे. हम राष्ट्र निर्माण के लिए काम करते हैं. लोकसभा चुनाव अगले आठ से 10 महीनों में आएंगे. हम पार्टी का निर्माण करेंगे. इस परिणाम का लोकसभा चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा.”
पीएम मोदी हर जगह जीत नहीं दिला सकते
गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है. वहीं यहां कमल मुरझा गया है. कांग्रेस की ऐसी हवा चली कि 224 सदस्यीय विधानसभा में 136 सीटें मिलीं. वहीं बीजेपी को महज 65 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. कर्नाटक में बीजेपी की करारी हार इस बात का स्पष्ट संकेत है कि पीएम मोदी हर जगह जीत नहीं दिला सकते.
भ्रष्टाचार और अंदरूनी कलह रही वजह
कर्नाटक चुनाव में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा रहा. कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ जोर-शोर से इस मुद्दे को उठाया. पार्टी ने बोम्मई सरकार को 40 परसेंट की सरकार और पे सीएम का नाम दिया. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी की अंदरूनी कलेह भी सामने आने लगी थी. जिसका फायदा कांग्रेस ने जमकर उठाया. इसके साथ ही बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद विवाद की स्थिति पैदा हुई. पार्टी के अंदर ही गुटबाजी देखने को मिली.