अतीक के खिलाफ जयश्री ने 3 दशकों तक लड़ी लड़ाई
Atique Ahmed: उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक माफिया अतीक अहमद ने मासूमों को अपने जुल्म का शिकार बनाया है. अगर उसके अपराधों की गिनती की जाए तो पता नहीं कितनों की संख्या में होंगे. अतीक अहमद का आतंक इतना था कि वह अपने से कमजोरों पर जरा भी तरस नहीं खाता था. प्रदेश में अतीक को हमेशा से अपराध से जोड़कर ही देखा जाता है. उसने लोगों में इतना खौफ बैठा रखा था कि कोई भी उसकी शिकायत पुलिस में करने की हिम्मत नहीं रखता था. यहां तक की कुछ लोग अपनों से ही अपना दर्द बयां नहीं कर पाते थे और इसकी वजह थी माफिया अतीक का आंतक.
हालांकि ऐसा नहीं था कि कभी किसी ने अतीक के खिलाफ आवाज न उठाई हो. कुछ लोग ऐसे भी रहे जिसने अतीक के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद किया और उसी का यह नतीजा रहा कि आज उसका साम्राज्य खत्म होने की ओर है. एक महिला ने अतीक के खिलाक दशकों तक लड़ाई लड़ी और उसका नाम है जयश्री उर्फ सूरजकली. उसने लगातार अपनी जमीन को बचाने के लिए अतीक के खिलाफ अपना मोर्चा खोले रखा और आज वह अपनी आंखों के सामने अतीक के साम्राज्य को खत्म होते देख रही है.
‘हमारी जमीन को देखकर बढ़ा अतीक का लालच’
जयश्री उर्फ सूरजकली यूपी के प्रयागराज में धूमनगंज इलाके के झलवा की रहने वाली है. उसके पति स्व. बृज मोहन कुशवाहा (Mohan Kushwah) के पास 12 बीघा से ज्यादा जमीन थी. इस पर खेती होती थी. जयश्री ने बताया है कि “अतीक के पिता फिरोज (Firoz) अपने लाल रंग को ट्रैक्टर किसानों को खेत की जोताई के लिए देते थे. उसी ट्रैक्टर से हम लोग भी खेत की जोताई कराते थे. लेकिन, हमारी जमीन देखकर अतीक अहमद का लालच बढ़ गया और एक दिन उसके खास लेखपाल मानिकचंद श्रीवास्तव ने शिवकोटी सहकारी आवास समिति के नाम पर हमारी जमीन दर्ज होने की बात कही.
‘अचानक से मेरे पति हो गए थे गायब’
उन्होंने आगे बताया “मैं अनपढ़ थी इसलिए कुछ समझ नहीं सकी. वहीं इस दौरान मेरे पति 1989 में अचानक गायब हो गए. फिर उसके बाद पता चलता है कि उनकी पूरी जमीन का बैनामा हो गया. मैंने आपत्ति दाखिल की तो पता चला कि ये पता चला कि हमारी जमीन हड़पने का ये पूरा खेल अतीक अहमद का था. इसके बाद एक दिन उस समय के बाहुबली अतीक अहमद ने मुझे अपने कार्यालय बुलाया. तब वह विधायक थे. उस समय अतीक ने कहा था कि तुम्हारा पति हमारा बहुत खास था, अब नहीं रहा. इसलिए तुम लोगों की देखभाल की जिम्मेदारी अब हमारी है. जो जमीन है, वो हमको दे दो और चुपचाप घर में रहो.
विरोध करने पर दी धमकी
जयश्री ने आगे बताया कि “मैंने इस बात का विरोध किया तो अतीक को काफी गुस्सा आया. धमकी देते हुए उसने कहा कि जिस तरह तुम्हारे पति गायब हो गया है, उसी तरह तुम्हें भी गायब कर देंगे, अब चुपचाप चली जाओ. जिसके बाद उसके गुर्गे अक्सर धमकी देते रहे. लेकिन मैं डरी नहीं और अपने केस की पैरवी करती रही. साल 1989 से 2015 के बीच मेरे घर में घुसकर कई बार मारा पीटा गया. इतना ही नहीं, डराने और धमकाने की कोशिश भी की गई.” महिला ने बताया कि सूरजकली की अरबों की संपत्ति थी जिसे अतीक ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर औने-पौने दामों पर बेच दिया. तकरीबन 200 लोगों को उनकी जमीन पर बसा दिया.