मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल
Manish Sisodia Arrest: डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को दिल्ली सरकार का रणनीतिकार भी कहा जाता रहा है. वह अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी रहे हैं. इसके साथ ही उन्हें दिल्ली सीएम का दाहिना हाथ भी कहा जाता है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया दिल्ली के चर्चित ‘एजुकेशन मॉडल’ का चेहरा रहे हैं. आम आदमी पार्टी उन्हें एक ऐसे चेहरे के रूप में पेश करती रही है, जिसने दिल्ली के स्कूलों की तस्वीर बदल दी है.
इससे पहले दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे सत्येंद्र जैन को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. उनको मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया गया है. उनके बाद अब मनीष सिसोदिया भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार होने वाले दूसरे नेता बन गए हैं. पिछले साल मई में सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया को कई अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी गई थीं.
क्यों पार्टी के लिए जरूरी हैं सिसोदिया ?
सिसोदिया की ताकत का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि वह दिल्ली सरकार में शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग सहित 18 विभाग संभाल रहे थे. उनके जाने के बाद से दिल्ली के शिक्षा विभाग को करारा झटका लगा है, जिसकी ब्रांडिंग उनकी पार्टी करती रही है. पार्टी की तरफ से दिल्ली में शिक्षा को लेकर कई दावे किए जाते है. पार्टी यह कहती रही है कि दिल्ली में शिक्षा को पहले के मुकाबले काफी बेहतर बना दिया गया है. आम आदमी पार्टी की ओर से सिसोदिया को “भारत का सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री” बताया जाता है.
सिसोदिया की जगह कौन होगा दूसरा चहेरा ?
मनीष सिसोदिया के बाद सीएम केजरीवाल के लिए सबसे बड़ी चुनौती दिल्ली सरकार के बजट को निर्धारित तरीके से पेश करने की होगी. सीएम केजरीवाल को अब उनकी जगह दूसरा चेहरा तलाशना होगा. सिसोदिया 2014 से दिल्ली सरकार का बजट पेश कर रहे थे. उम्मीद है कि राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत अगले वित्त वर्ष के लिए दिल्ली सरकार का बजट पेश कर सकते हैं.
सिसोदिया के पास से 18 विभाग
दिल्ली सरकार की ऑफिसियल वेबसाइट के मुताबिक कुल 33 विभाग हैं. जिनमें से कुल 18 विभाग सिसोदिया के पास हैं. उनके पास स्वास्थ्य, शिक्षा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), सहित कई और महत्तवपूर्ण विभाग भी थे. सिसोदिया के पास ऐसे सभी विभागों का प्रभार है जो किसी को आवंटित नहीं हैं.
– भारत एक्सप्रेस