ओम प्रकाश राजभर
Omprakash Rajbhar Politics : घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की हार की जितनी चर्चा नहीं है, उससे ज्यादा उत्तर प्रदेश में दारा सिंह के साथ लगातार चुनाव प्रचार में मेहनत कर रहे और बड़े-बड़े दावे करने वाले ओम प्रकाश राजभर की है. राजनीतिक खेमे में ओमप्रकाश राजभर को लेकर अलग-अलग बातें कहीं जा रही है जहां समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर ओम प्रकाश राजभर को दगा कारतूस बताते हुए होर्डिंग लगी तो वहीं अलग-अलग राजनेता ओमप्रकाश राजभर के ऊपर सवाल उठा रहे हैं और राजनीतिक खेमे में यह भी चर्चा है कि ओम प्रकाश राजभर का मंत्री पद खतरे में है. लेकिन इन सभी अटकलों और आरोपों के बीच ओमप्रकाश राजभर ने विपक्ष और आलोचकों को दो टूक जवाब दिया है.
कैबिनेट मंत्री के पद के लिए आश्वस्त हैं ओम प्रकाश राजभर
जब ओमप्रकाश राजभर से उत्तर प्रदेश सरकार में उनके मंत्री बनने का सवाल पूछा गया तो ओम प्रकाश राजभर का बड़ा बयान सामने आया है, ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि मैं अभी भी उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री बनूंगा. ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मैं फिर कह रहा हूं कि विरोधी पार्टी वाले या फिर विपक्ष के लोग एनडीए के मालिक नहीं है उनकी मर्जी से यहां कुछ नहीं होगा.
ओमप्रकाश राजभर ने केंद्रीय नेतृत्व पर जताया भरोसा
घोसी उपचुनाव में हार के बाद ओमप्रकाश राजभर के मंत्री पद को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं ऐसे में अब ओम प्रकाश राजभर ने सामने आकर इन सभी सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि वह जल्द ही कैबिनेट मंत्री के पद पर काबिज होंगे, उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह व जेपी नड्डा एनडीए के मालिक हैं जो होगा उनकी मर्जी से होगा ओमप्रकाश राजभर ने विपक्ष के ऊपर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग उनके मंत्री नहीं बनने से परेशान है वह अपना दिल थाम कर बैठे हैं कहीं कलेजा फट न जाए.
घोसी में चुनाव हारने के राजभर ने बताए ये कारण
इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए ओपी राजभर ने घोसी उप चुनाव में प्रत्याशी की हार की वजहों को तलाशते हुए पहली वजह बताई और कहा कि, बसपा का चुनाव न लड़ने की वजह से भी भाजपा के प्रत्याशी कमजोर पड़े. इसी के साथ सपा पर आरोप लगाया कि, सपा ने चुनाव के दौरान रात में पैसा बांटा था. उन्होंने कहा कि, इसकी शिकायत भी उन्होंने कई बार की थी. इसको लेकर कई लोगों को पकड़कर थाने में बंद भी किया गया था. इसी के साथ राजभर ने भाजपा के हारने की तीसरी वजह बताई और प्रत्याशी के खिलाफ रिएक्शन बताते हुए कहा कि स्थानीय कैंडिडेट होता तो नतीजा कुछ और होता.
— भारत एक्सप्रेस