RBI Gold Reserve: प्राचीन काल से भारतीयों को सोना बहुत पसंद है. यह भारतीयों के लिए निवेश और बचत का पारंपरिक माध्यम रहा है. सोना पसंद करने के मामले में आरबीआई भी भारतीयों से पीछे नहीं है. ताजा आंकड़े बताते हैं कि पिछले कुछ सालों के दौरान रिजर्व बैंक ने सोने की तेजी से खरीदारी की है, जिससे उसके सोने के भंडार (आरबीआई गोल्ड रिजर्व) में इजाफा हुआ है.
आरबीआई को सोने से मदद मिल रही है
एक खबर के मुताबिक, कुछ समय के अंतराल के बाद रिजर्व बैंक ने 5 साल पहले सोने की खरीद शुरू की थी और पिछले पांच सालों में सेंट्रल बैंक के सोने के भंडार में 40 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है. इससे पता चलता है कि सोना महंगाई के खिलाफ बचाव के तौर पर उभरा है. इतना ही नहीं, पीली धातु ने रिजर्व बैंक को डॉलर पर निर्भरता कम करने में भी मदद की है.
इतना सोना भंडार
रिजर्व बैंक सोने के मामले में अन्य केंद्रीय बैंकों से बिल्कुल अलग रुख अपनाता है. दूसरे केंद्रीय बैंक भी जरूरत पड़ने पर सोना बेचते हैं, लेकिन आरबीआई ऐसा कभी नहीं करता. आरबीआई के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, दिसंबर 2017 में उसके सोने का भंडार 17.9 मिलियन ट्रॉय औंस था, जो अप्रैल 2023 में बढ़कर 25.55 मिलियन ट्रॉय औंस हो गया. इसका मतलब है कि रिजर्व बैंक के पास वर्तमान में 795 मीट्रिक टन सोने का भंडार है.
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सभी केंद्रीय बैंक सोना खरीद रहे हैं
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के महीनों में दुनिया के लगभग सभी केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीदारी बढ़ा दी है. साल 2023 के दौरान जनवरी से लेकर अप्रैल महीने तक सभी केंद्रीय बैंकों ने मिलकर 228 टन सोना खरीदा है. इससे पता चलता है कि दुनिया भर में बढ़ती अनिश्चितता के समय में सभी केंद्रीय बैंक सोने पर भरोसा कर रहे हैं.