विदेश मंत्री एस जयशंकर
आत्मनिर्भर भारत भारत की विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण पहलू है, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि घरेलू व्यवसाय रोजगार पैदा करते हैं, क्षमताओं को मजबूत करते हैं, और एक राष्ट्र की भेद्यता को कम करते हैं. वह दिल्ली में नीति आयोग के पूर्व सीईओ और जी20 शेरपा अमिताभ कांत की किताब मेड इन इंडिया के लॉन्च के मौके पर बोल रहे थे.
एस जयशंकर ने कहा कि व्यापार में आसानी से भारत का वैश्विक कद बढ़ा है, और देश ने पिछले कुछ वर्षों में प्रौद्योगिकी के उपयोग का लोकतंत्रीकरण किया है. उन्होंने कहा, “हम डिलीवरी की राजनीति की ओर बढ़ रहे हैं. यह जमीनी स्तर पर डिलीवरी है जो जनता की सोच को नया रूप दे रही है.”
मंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया, विनिर्माण में सुधार के लिए पीएम मोदी सरकार का प्रमुख कार्यक्रम, न केवल एक आर्थिक बयान था, बल्कि देश के रणनीतिक हितों के लिए महत्वपूर्ण था. “हम अक्सर वेल्थ क्रिएटर्स शब्द सुनते हैं, लेकिन उन्हें कम करके इस स्तर पर लाना घोर अन्याय है. वे रोजगार सृजक हैं, वे राष्ट्र की भेद्यता को कम करते हैं. एक मजबूत व्यवसाय केवल एक व्यवसाय नहीं है, बल्कि एक राष्ट्र की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है.
एस जयशंकर ने कहा कि पूर्व में अनौपचारिक क्षेत्रों की औपचारिकता में वृद्धि, डिजिटलीकरण, और बेहतर जमीनी वितरण मॉडल भारत की विकास गाथा के सबसे महत्वपूर्ण पहलू हैं. उन्होंने कहा, “.. यह एक आत्मानबीर भारत होना चाहिए, जिस पर दुनिया निर्भार (निर्भर) हो.”
मंत्री ने कहा कि भारत को न केवल अधिक अस्थिर दुनिया में विकसित होना है, बल्कि एक ऐसी दुनिया में भी है जो डीकार्बोनाइज्ड है. उन्होंने जोर देकर कहा कि एक लचीली आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना हमारे लिए विनिर्माण का बड़ा अवसर है.
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