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UP News: कानपुर-प्रयागराज में गंगा का जलस्तर बढ़ने से डूबे घाट, चेतावनी जारी, नौका संचालन पर लगी अस्थाई रोक

प्रयागराज में जल पुलिस ने नाविकों के साथ बैठक के बाद बड़ा निर्णय लिया है. वहीं जल पुलिस प्रभारी मिथिलेश यादव ने मीडिया को बताया कि, हर साल जलस्तर 65.5 मीटर होने पर पूरी तरह से नौका संचालन पर रोका लगा दी जाती है.

गंगा का बढ़ा जलस्तर

UP News: पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश का असर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दिखने लगा है. कानपुर में जहां एक ओर गंगा का जल स्तर बढ़ गया है तो वहीं प्रयागराज में गंगा के साथ ही यमुना का भी जलस्तर बढ़ गया है. रविवार को देर रात कानपुर गंगा बैराज पर लगातार बढ़ते दबाव के कारण करीब 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, इसके बाद कानपुर के गंगा घाट डूब गए हैं और लोगों को घाटों की ओर न जाने की चेतावनी जारी की गई है.

इस मौसम में पहली बार कटरी के गांवों की तरफ गंगा की जो मेन धारा है उसमें पानी पूरी तरह से भर गया है. यानी जिन जगहों तक गंगा का पानी कम होने के कारण नहीं पहुंच पाता था, वहां भी पानी लबालब भर गया है. बिठूर में ब्रह्मावर्त खूंटी तो पहले ही डूब चुकी है. स्थिति ये हो गई है कि कटरी के गांव डूबने की कगार पर आ गए हैं. हालांकि सभी के लिए चेतावनी जारी कर दी गई है. वहीं बिठूर से लेकर सभी गंगा घाटों की सीढ़ियां डूब जाने के कारण लोगों को घाटों पर जाने से रोक दिया गया है. पिछले दो-तीन दिनों में गंगा का जलस्तर बढ़कर 37 सेंटीमीटर तक पहुंच चुका है. वहीं बैराज के गेज रीडर उत्तम पाल ने मीडिया को जानकारी दी है कि नरौरा प्रतिदिन भारी मात्रा में पानी आ रहा है, जो कि आने वाले दिनों में खतरनाक हो सकता है.

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नौका विहार पर लगी रोक

गंगा घाटों पर जल स्तर बढ़ने के बाद गंगा घाटों पर रोक लगा दी गई है. गंगा बैराज का बोट क्लब भी अग्रिम आदेशों तक बंद कर दिया गया है. वहीं जिला प्रशासन ने बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आस-पास के इलाकों में बाढ़ चौकियां बना दी हैं. इसी के साथ गंगा से सटे इलाकों के लिए अलर्ट जारी कर दिया गया है. कटरी क्षेत्र में पानी पहुंचने भी लगा है. इसी के साथ निचले स्थान पर रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने के लिए कहा गया है.

खोले गए गंगा बैराज के 30 गेट

हरिद्वार और नरौरा बांध से हजारो क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके गंगा बैराज में पहुंचने के बाद यहां बढ़े दबाब के कारण ही बैराज के सभी 30 गेटों को खोल दिया गया है. इसी के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. गाजीपुर में भी जलस्तर में 1.5 सेमी प्रति घंटा की वृद्धि देखी गई है. बलिया में दो सेमी प्रति घंटा की गति से जलस्तर 12 घंटों में 25 सेमी बढ़कर 52.50 मीटर पर पहुंच गया है.

प्रयागराज में की गई नाविकों से साथ बैठक

प्रयागराज में भी गंगा का जलस्तर बढ़ गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए यहां पर नौका संचालन पर अस्थाई रोक लगा दी गई है. यह निर्णय शनिवार को जल पुलिस ने नाविकों के साथ बैठक के बाद लिया है. जल पुलिस प्रभारी मिथिलेश यादव ने मीडिया को बताया कि, हर साल जलस्तर 65.5 मीटर होने पर पूरी तरह से नौका संचालन पर रोका लगा दी जाती है. शुक्रवार सुबह से जलस्तर में वृद्धि की गति तीन सेमी प्रति घंटा से घटकर 1.6 सेमी प्रति घंटा हो गई है.

वरुणा में भी बढ़ा पानी

बता दें कि गंगा में बाढ़ आने और फिर पानी के पलट प्रवाह से वरुणा नदी में भी पानी बढ़ने लगा है. जानकारी सामने आ रही है कि पानी अब धीरे-धीरे आस-पास के इलाके की ओर बढ़ने लगा है, जिससे लोगों में डर साफ दिखाई दे रहा है. हालांकि स्थानीय प्रशासन उनको सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए पूरी तरह से तैयार दिख रहा है. वहीं घाटों की ओर भी जाने से लोगों को मना कर दिया गया है.

-भारत एक्सप्रेस

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