स्वामी प्रसाद मौर्य और महंत राजू दास (फोटो ट्विटर)
Ramcharitmanas Controversy: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के रामचरितमानस पर दिए गए बयान के बाद से प्रदेश में सियासत चरम पर पहुंच गई है. सपा नेता का विपक्षी पार्टियों के अलावा संत समाज भी जमकर विरोध कर रहा है. इस बीच हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास (Mahant Raju Das) ने मौर्य को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि वो स्वामी प्रसाद मौर्य का ‘सिर तन से जुदा’ करने वाले को 21 लाख रुपये के इनाम देंगे.
वहीं समाजवादी पार्टी ने अब स्वामी प्रसाद मौर्य का पार्टी के अंदर प्रमोशन कर दिया गया है उनको अब राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया है. जिसके चलते अब पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी साधु-संतों के निशाने पर आ गए हैं.
स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान पर कायम
बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार बोल रहे है कि वो अपने बयान पर कायम है. इसके साथ ही उन्होंने संत समाज की तरफ से विरोध किए जाने पर उन पर विवादित टिप्पणी की थी. इसी बीच मौर्य का एक और बयान का काफी ज्यादा विरोध हो रहा है. उन्होंने कहा था कि,’हाथी चले बाजार कुत्ता भौंके हजार’. उनके इस बयान के बाद महंत राजू दास ने विवादित बयान देते हुए यह कह दिया कि वो उनका ‘सिर तन से जुदा’ करने वाले को 21 लाख रुपये के इनाम देंगे.
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अखिलेश यादव पर भी साधा निशाना
महंत राजू दास ने कहा कि,”अभी तक तो अखिलेश यादव कह रहे थे कि हम किसी धर्म का अपमान नहीं करते, लेकिन स्वामी प्रसाद मौर्य के जहरीले बोल, साधु संतों को अपमानित करना, आतंकी कहना, ब्राह्मणों को अपमानित करना और रामचरितमानस पर उल्टी सीधी टिप्पणी करना और लखनऊ में ओबीसी मोर्चा द्वारा जो रामचरितमानस की प्रति जलाई गई है ये सब स्वामी प्रसाद मौर्य की देन है और आपने स्वामी प्रसाद मौर्य का डिमोशन करने के बजाए प्रमोशन कर दिया. इसका मतलब आपका पूरा प्रश्रय है”.
उन्होंने आगे कहा कि,”आपने स्वामी प्रसाद मौर्य पर कार्रवाई नहीं की बल्कि राष्ट्रीय महासचिव बना दिया. इस के नाते साधु-संतों में रोष है”.