सीएम नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा (फोटो ट्विटर)
Bihar Politics: बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सियासी हलचलें तेज हैं. ऐसी खबरें सामने आ रही है कि जेडीयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा अगले महीने तक पार्टी छोड़ सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये अटकलें सामने आ रही है कि उपेंद्र कुशवाहा एक बार फिर से अपनी पार्टी RLSP को वापस लेकर आ सकते हैं और लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकते हैं.
उपेद्र कुशवाहा के बीजेपी के साथ जाने की हवा तब तेज हो गई जब उन्होंने मीडिया के सामने यह कहा,”जेडीयू के कई बड़े नेता बीजेपी के संपर्क में हैं और इससे साफ लगता है कि वो पार्टी छोड़ने के मूड में हैं.”
‘मेरे खिलाफ जेडीयू में साजिश हो रही है’
जनता दल यूनाइटेड के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “नीतीश कुमार कमजोर हुए हैं. कर्पूरी ठाकुर के अरमानों वाली पार्टी जेडीयू को बर्बाद होते मैं नहीं देख सकता.” उन्होंने कहा, “जेडीयू और आरजेडी का विलय मेरे आवाज उठाने की वजह से रूक गया. अगर डील हुई है तो मैं जानना चाहता हूं कि क्या डील हुई है. मेरे खिलाफ जेडीयू में साजिश हो रही है. नीतीश कुमार को पार्टी की बैठक बुलानी चाहिए. वह बताएं कि आरजेडी के साथ क्या डील हुई है.”
‘चीजों को ‘सियासी चश्मे से’ नहीं देखा जाना चाहिए’
उपेंद्र कुशवाहा कुछ दिन पहले दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज कराने के लिए आए थे. इस दौरान उनसे बीजेपी के कई नेता मिलने पहुंचे थे. वहीं जब वह दिल्ली से पटना लौटकर आए तो पत्रकारों ने उनसे इस बारे में सवाल पूछा कि आपसे बीजेपी के कई नेताओं ने मुलाकात की है. इस पर कुशवाहा ने कहा,”अस्पताल में उनकी बीजेपी के नेताओं से मुलाकात को कम महत्व देना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसी चीजों को सियासी चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए.
‘मैं भर्ती नहीं था, चेकअप के लिए गया था’
वहीं इस मामले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उपेद्र कुशवाहा को लेकर सवाल किया गया था. जिस पर उन्होंने कहा,”किसी को भी कहीं भी आने-जाने का अधिकार है. वे (उपेंद्र कुशवाहा) तो दो-तीन बार छोड़कर गए और स्वयं मेरे पास आए, अब जब उनसे मुलाकात होगी, तब बात करेंगे.”
इसके बाद जब उपेद्र कुशवाहा से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हो सकता है जब तक उन्हें पता चला हो मैं निकल आया हूं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह भर्ती भी नहीं थे, चेकअप के लिए थे, इसलिए हालचाल जैसी किसी चीज की जरूरत नहीं थी. बता दें जब उपेद्र कुशवाहा एम्स में अपना इलाज कराने के लिए आए थे तो जेडीयू का कोई नेता उनसे मिलने के लिए नहीं आया था. जबकि बीजेपी के कई नेताओं ने उनसे मुलाकात की थी.