हीटवेव से हो जाएं सावधान (फोटो ट्विटर)
UN Report Hottest Five Years: आने वाले पांच वर्षों में वैश्विक तापमान बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. बता दें कि साल 2023 से 2027 के बीच सबसे ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है. यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि इन पांच वर्षों में एक ऐसा वर्ष होगा जो 2016 के तापमान रिकॉर्ड को तोड़ देगा. संयुक्त राष्ट्र के विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने कहा है कि वैश्विक तापमान जल्द ही पेरिस जलवायु समझौते में निर्धारित लक्ष्य को पार करने के करीब है.
वहीं साल 2016 का वार्षिक तापमान 1.28 डिग्री सेल्सियस था, जो पूर्व-औद्योगिक समय (1850-1900 की अवधि का औसत) से अधिक था. अब तक दर्ज किए गए आठ सबसे गर्म वर्ष 2015 और 2022 के बीच थे. अब जलवायु परिवर्तन में तेजी के कारण तापमान में और वृद्धि होने की उम्मीद है. डब्ल्यूएमओ के अनुसार, 98 प्रतिशत संभावना है कि अगले पांच वर्षों में गर्मी का रिकॉर्ड स्तर देखा जाएगा.
तापमान में वृद्धि का कारण
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र ने ग्रीनहाउस गैसों और अल नीनो के कारण तापमान बढ़ने की चेतावनी जारी की है. जलवायु परिवर्तन की गति तेज होने से तापमान में और इजाफा होने की उम्मीद है. 2022 में वैश्विक तापमान 1850-1900 के औसत से 1.15C ऊपर था. इसके अलावा अप्रैल में पड़ रही भीषण गर्मी के लिए जलवायु परिवर्तन को सबसे ज्यादा जिम्मेदार ठहराया जा सकता है.
तापमान अस्थायी रूप से बढ़ेगा
लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि दुनिया स्थायी रूप से पेरिस बेंचमार्क को पार कर जाएगी. एजेंसी के प्रमुख पेटेरी तालस ने कहा कि डब्ल्यूएमओ के मुताबिक हम अस्थायी आधार पर 1.5सी के स्तर को पार कर लेंगे. बाद में तापमान का स्तर भी घट सकता है. आने वाले महीनों में एक वार्मिंग ‘एल नीनो’ विकसित होने की उम्मीद है. इससे गर्मी भी बढ़ेगी.