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डेंगू के मरीजों का तेजी से कम होता है प्लेटलेट्स, जानिए बढ़ाने के लिए किन तरीकों को अपनाएं

Dengue Fever: बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी की वजह से मरीज की मौत हो सकती है.

डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने का तरीका

डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने का तरीका

Dengue Fever: मानसून सीजन जारी है और देश के कई राज्यों को भारी बारिश का सामना करना पड़ रहा है. बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है. इतना ही नहीं कई शहरों में पिछले 15 दिनों में डेंगू के मरीज भी बढ़े हैं. माना जा रहा है कि जिस तरह से पिछले दिनों हुई तेज बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बने हैं, इससे डेंगू सहित अन्य रोगों का भी खतरा बढ़ गया है. हाल ही में जुलाई के महीने तक देश में डेंगू के 136 मामले सामने आए हैं. अस्पतालों में रोगियों की संख्या बढ़ रही है, हालांकि ज्यादातर लोग ठीक होकर घर भी लौट रहे हैं.

डॉक्टर का मानना हैं कि, डेंगू के मामले हल्के और गंभीर दोनों लक्षणों वाले हो सकते हैं. रक्तस्रावी डेंगू को गंभीर स्तर वाला माना जाता रहा है. आपने भी अक्सर सुना होगा कि डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स काउंट कम होने लगते हैं, जिसे खतरनाक माना जाता है, लेकिन ये प्लेटलेट्स होता क्या है, डेंगू में ये कम क्यों होने लगता है और इसे बढ़ाने के लिए किस चीज का सेवन करना चाहिए, इस बारे में विस्तार से जानते हैं.

प्लेटलेट्स क्या होते हैं? 

प्लेटलेट्स या थ्रोम्बोसाइट्स, हमारे रक्त में छोटे, रंगहीन कोशिकाओं के टुकड़े होते हैं जो थक्के बनाते हैं और रक्तस्राव को रोकते हैं. प्लेटलेट्स हमारे बोन मैरो में बनते हैं. स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट काउंट 1.5 लाख से 4.5 लाख तक प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर ब्लड तक होती है. वहीं 4.5 लाख से अधिक प्लेटलेट्स होने को थ्रोम्बोसाइटोसिस और इसकी मात्रा 1.5 से कम होने को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया के रूप में जाना जाता है. माना जाता है कि डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट काउंट कम होने की समस्या अधिक होती है.

डेंगू में लो प्लेटलेट्स की समस्या

डेंगू में हमारा बोन मैरो सप्रेस हो जाता है, जिसके कारण प्लेटलेट उत्पादन में कमी आती है. जिसमें डेंगू वायरस से प्रभावित रक्त कोशिकाएं प्लेटलेट्स को नुकसान पहुंचाकर उन्हें नष्ट करने लगती हैं. इस दौरान डेंगू में बनने वाली एंटीबॉडीज से भी प्लेटलेट्स कम होने लगता है. डेंगू की गंभीर बीमारी के तीसरे-चौथे दिन तक प्लेटलेट काउंट आमतौर पर कम रह सकता है.

हालांकि, आठ से नौंवे दिन में इसमें सुधार भी आने लग जाता है क्योंकि, प्लेटलेट्स रक्त के थक्के बनाने में मदद करते हैं, इसलिए शरीर में इसकी कमी होने के कारण डेंगू के मामलों में उल्टी या शौच के साथ खून आने की समस्या हो सकती है. डॉक्टर का मानना हैं, डेंगू बुखार के मौसम के दौरान सभी लोगों को अपने प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए ताकि संक्रमण से लड़ने में मदद मिल सके.

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प्लेटलेट्स बढ़ाने के तरीके

विटामिन सी आपके प्लेटलेट्स बढ़ाने का काम करता है. यह आपके आयरन को खत्म करने में भी मदद करता है, जिससे प्लेटलेट काउंट बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है. माना जाता है कि विटामिन सी सप्लीमेंट लेने वाले रोगियों में प्लेटलेट काउंट बढ़ जाता है जिसके लिए आपको आम, अनानास, ब्रोकोली, हरी या लाल शिमला मिर्च, टमाटर और फूलगोभी का सेवन करना चाहिए.

-भारत एक्सप्रेस

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