क्या ट्रेन की तरह कोहरे का असर मेट्रो पर भी पड़ता हैं? यहां जान लीजिए जवाब
Bharat Express Conclave: भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क के ‘अवध में राम’ कॉन्क्लेव में हनुमानगढ़ी के पुजारी महंत राजू दास आए. यहां उन्होंने एक गदा लहराते हुए सनातनधर्म के विरोधियों पर जुबानी हमला बोला. इसके अलावा उन्होंने अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चलवाने की घटना को याद करते हुए समाजवादी पार्टी की तत्कालीन सरकार का जिक्र किया.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को महंत राजू दास ने ‘अखिलेशुद्दीन’ कहकर पुकारा. महंत राजू दास बोले— अखिलेश यादव सनातन विरोधी हैं. वह रावण के वंशज हैं. मैं उनको अखिलेशुद्दीन कहूंगा…मुल्ला मुलायम और अखिलेशुद्दीन..इन्होंने सनातन के विरोध में काम किया. ये शुरू से सनातन विरोधी रहे हैं.
महंत राजू दास बोले— अखिलेशुद्दीन वो हैं जो स्वामी प्रसाद मौर्या के ऊपर हाथ रखे हुए हैं. उनकी सरपरस्ती में स्वामी प्रसाद मौर्या रोजाना ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जिन्हें भारतीय राजनीति में स्वीकार नहीं किया जा सकता.
महंत राजू दास ने यहां तक कह दिया कि “रामभक्तों पर गोलियां चलवाने वाले कूड़े में पड़े हुए हैं.” महंत ने कहा कि ये कितनी हैरानी की बात है कि बीजेपी और मोदी का विरोध करते-करते विपक्ष सनातन का विरोध करने लगा.
महंत राजू दास ने विपक्ष को ऑफर देते हुए कहा- “अगर विपक्ष को लगता है कि बीजेपी ने भगवान राम और मंदिर निर्माण का क्रेडिट ले लिया है तो उनके पास भी एक मौका है. मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर का भव्य निर्माण करवाकर क्रेडिट ले सकते हैं.”
महंत राजू दास ने कहा— “प्रभु की भूमि पर भव्य मंदिर में गर्भगृह बनकर तैयार है, इसलिए प्राण प्रतिष्ठा की जा सकती है. वहां शास्त्रों के विरुद्ध कोई काम नहीं हो रहा है, विधि-विधान से राम मंदिर का उद्घाटन होगा. शास्त्रों के अनुसार पीएम मोदी वहां पूजा कर सकते हैं.”
जनवरी माह में संगमनगरी में महांकुभ की अलग दुनिया बसने जा रही है. सनातनियों के…
अदाणी ग्रुप ने "हम करके दिखाते हैं" के अपने कैंपेन को एक नए रूप में…
Year Ender 2024: इस साल कुछ फिल्में ऐसी भी रहीं जिन्होंने कम बजट के बावजूद…
बीजेपी सांसद प्रताप सारंगी ने राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है. उनका दावा है…
ऑस्ट्रिया में एक ऐसा चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला और उसके…
Wearing Socks While Sleeping: कई बार लोगों के मन में ये सवाल उठता है कि…