आखिर क्यों सृष्टि के रचयिता ब्रह्मदेव की पूजा नहीं होती है? यहां जानिए इसकी वजह
China Moon Mission Chang’e 6 Successful: अमेरिका की होड़ कर रहे चीन ने दावा किया है कि उसका एक बड़ा मून मिशन सक्सेसफुल रहा है. 3 मई को चीनी स्पेस एजेंसी ने एक मून मिशन लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य चांद के अंधेरे वाले हिस्से की सतह से मिट्टी लेकर धरती पर लौटना था. मिशन की लॉन्चिंग के 53 दिन बाद अब चीन ने बताया है कि चाइनीज चैंग’ई-6 लैंडर अपने कैप्सूल में चांद की मिट्टी के सैंपल लेकर धरती पर लौट आया है.
बता दें कि चांद की पृथ्वी से दूरी 3.84 लाख किलोमीटर से ज्यादा है, और अब तक कुछ ही देश ऐसे हैं, जिनके मून मिशन सफल हो पाए हैं. चीन के दावे पर यकीन किया जाए तो चीन दुनिया में पहला ऐसा देश बन गया है, जो चांद के अंधेरे हिस्से से सैंपल लाने में सफल रहा है. उसके चैंग’ई-6 लैंडर को चाइनीज नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से करीब 2 माह पहले पृथ्वी से चांद पर भेजा गया था.
चैंग’ई-6 मिशन के कैप्शूल ने मंगलवार, 25 जून को धरती पर लैंड किया. वो जगह चीन के इनर मंगोलिया में थी. उस कैप्शूल में चांद की सतह से 2 किलोमीटर तक की धूल के कणों और चट्टानों के सैंपल जमा किए गए थे. जिन्हें अब रिसर्च के लिए चीन की राजधानी बीजिंग पहुंचाया गया है.
स्पेस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चांद पर अमेरिका, रूस, भारत और यूरोपीय यूनियन के अलावा केवल चीन के ही मिशन सफल रहे हैं. और, अभी तक चांद पर जा चुके सभी 10 लूनर मिशन पास वाले हिस्से (जो हमें दिखता है) पर ही पहुंचे हैं. मगर, इन मिशनों में केवल चीन का ही मिशन ऐसा है, जो चांद के अंधेरे हिस्से से सैंपल लाने में सफल रहा है. चीन ने चांद की फार साइड (Far side of the Moon) से सैंपल लाकर स्पेस की रेस में अमेरिका को कड़ी चुनौती दी है.
चांद से मिट्टी लेकर धरती पर सफलतापूर्वक वापस लौटना चीनी वैज्ञानिकों के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है, क्योंकि चीन ने 2030 तक इंसान को चांद पर भेजने का लक्ष्य रखा है. तो उसका चैंग’ई-6 लैंडर वाला मिशन भी उसी कोशिश का हिस्सा है. दुनिया में अब तक केवल अमेरिका ही ऐसा देश है, जो ये दावा करता है कि उसने न केवल चांद पर आदमी भेजे थे, बल्कि उन सबकी की धरती पर सकुशल वापसी भी कराई.
चीनी मीडिया में खबरें आ रही हैं कि चीन चांद के दक्षिणी ध्रुव (South pole of moon) पर एक रिसर्च बेस बनाना चाहता है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी एक स्पीच में ऐसी ही बात कही. उन्होंने कहा कि चैंग’ई-6 मिशन की सफलता चीन के सपने को सच करने में मील का पत्थर साबित होगी.
फोटो- इस मिशन के जरिए चीन स्पेस पावर बनने के और करीब पहुंच गया है. 2030 तक वहां इंसानों को भेजने के अलावा चीन चांद के साउथ पोल पर रिसर्च बेस भी बनाना चाहता है.
– भारत एक्सप्रेस
गुयाना से भारत लौटने के बाद पीएम मोदी सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट…
देश के विभिन्न राज्यों में तैयार किए गए गिफ्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंतर्राष्ट्रीय यात्राओं…
एक बेघर व्यक्ति को मारने के बदले में भीड़ ने तय किया कि हाथिनी मैरी…
दिल्ली में Aam Aadmi Party की सरकार शासन और नौकरशाही पर नियंत्रण से जुड़े कई…
डॉ. राजेश्वर सिंह ने देश को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने तथा 2047…
AMU छात्र नेता सलमान गौरी ने कहा, जिन बच्चों का सस्पेंशन किया है उन्हें बहाल…