Vodafone Layoff: टेलीकम्युनिकेशन प्लेयर वोडाफोन कथित तौर पर वैश्विक आर्थिक मंदी में लागत में कटौती के लिए अपने लंदन स्थित मुख्यालय में सैकड़ों नौकरियों को कम करने की योजना बना रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक ये बताया गया है कि यह कंपनी का “पांच साल में नौकरी में कटौती का सबसे बड़ा दौर है. वोडाफोन वैश्विक स्तर पर लगभग 104,000 लोगों और यूके में 9,400 लोगों को रोजगार देता है.
वोडाफोन ने लागत कम करने का किया फैसला
पिछले साल नवंबर में कंपनी ने कहा था कि वह 2026 तक लागत में 1 अरब यूरो (1.08 अरब डॉलर) की कटौती करेगी. इसके सीईओ निक रीड ने 2022 के अंत में पद छोड़ दिया, उनकी जगह अंतरिम अवधि के लिए मुख्य वित्तीय अधिकारी मार्गेरिटा डेला वैले को नियुक्त किया गया. रीड ने 31 दिसंबर को समूह के मुख्य कार्यकारी और वोडाफोन के निदेशक के रूप में पद छोड़ दिया, जिसके बाद वह 31 मार्च, 2023 तक बोर्ड के सलाहकार के रूप में मौजूद रहेंगे.
ये भी पढ़ें- BHIM UPI से एक दिन में कितना पैसा कर सकते हैं ट्रांसफर? जानिए डिटेल
इन जगहों पर होगी कर्मचारी की छंटनी
एक बयान में, वोडाफोन ने कहा कि वह अपने ऑपरेटिंग मॉडल की समीक्षा कर रहा था, समूह को सुव्यवस्थित और सरल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा था. कंपनी ने कहा, “जब हम 1 फरवरी को अपने तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा करेंगे तो हम बदलावों के बारे में और बताएंगे.” इस सप्ताह की शुरुआत में, कंपनी ने हंगरी में अपना कारोबार 4iG नामक एक स्थानीय आईटी कंपनी और हंगेरियन राज्य को $1.82 बिलियन में बेचने पर सहमति व्यक्त की.
ये भी पढ़ें- Old Pension Scheme: पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवानों के लिए खुशखबरी, मिलेगा पुरानी पेंशन योजना का लाभ
कई कंपनियों ने की कर्मचारियों की छंटनी
वोडाफोन के साथ ही कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की छंटनी की है. इसमें कई स्टार्टअप कंपनियां शामिल है बायजूस, अनएकेडमी, लीड, स्विगी, वेदांतु आदि है. साल 2023 की शुरुआत में ही मंदी का असर देखने को मिल रहा है. साल 2022 में भी कई बड़ी कंपनियों जैसे ट्विटर (Twitter), अमेजन (Amazon), फेसबुक (Facebook) की पेरेंट कंपनी मेटा, अमेजन (Amazon), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छंटनी की है.