नित्यानंद स्वामि (फोटो सोशल मीडिया)
Nithyananda: भगोड़ा नित्यानंद स्वामी एक बार फिर चर्चा में हैं. हालांकि इस वह अपने कथित देश कैलासा को लेकर नहीं, बल्कि दक्षिण अमेरिका के देश पराग्वे के अधिकारी को लेकर. दरअसल पराग्वे ने अपने देश के एक अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए बर्खास्त कर दिया है. उस पर आरोप है कि उसने नित्यानंद के कथित देश कैलासा के साथ एक डील की है. एक रिपोर्ट के मुताबकि, इस अधिकारी ने उस देश के साथ एक सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे. जिसका कोई अस्तिव नहीं है. रिपोर्ट में बताया गया कि इस अधिकारी ने भारत से फरार भगोड़ा नित्यानंद राय के कथित देश कैलासा के साथ यह डील साइन की है.
न्यूज एजेंसी एएफपी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बर्खास्त अधिकारी अर्नाल्डो चामोरो पराग्वे में कृषि मंत्री के स्टाफ प्रमुख था. वहीं बर्खास्त अधिकारी ने मीडिया को बताया कि उन्हें कैलासा के कथित अधिकारियों के साथ दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के बाद कृषि मंत्री के स्टाफ के प्रमुख के रूप में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
‘कैलाशा के अधिकारियों ने किया धोखा’
बर्खास्त अधिकारी अर्नाल्डो चामोरो ने बाद खुलासा करते हुए बताया कि बेवफूफ बनाया गया है. उन्होंने इस बात को भी माना कि उनसे गलती हुई है. कथित देश कैलासा के अधिकारियों ने उनके साथ धोका किया है. उन्होंने एक सहयोग ज्ञापन समझौते में बताया कि वह पराग्वे की मदद करना चाहते हैं. इसके लिए उन्होंने कुछ परियोजनाएं भी उनके सामने पेश की. इसके बाद उन्हें उनकी बातों पर भरोसा हो गया और उनकी बात सुनते हुए प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर दिए. इसके बाद मुझ पर कार्रवाई करते हुए मुझे बर्खास्त कर दिया.
चामोरो ने आगे बताया कि प्रस्ताव में सिफारिश की गई कि पैराग्वे की सरकार सक्रिय रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका के कैलासा के साथ राजनयिक संबंधों की स्थापना की बात बताती है और अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय संगठनों के लिए संप्रभु राज्य के रूप में इसके प्रवेश का समर्थन करती है.
कौन है नित्यानंद ?
बता दें कि नित्यानंद स्वामी को भारत में भगोड़ा घोषित किया जा चुका है. वह साल 2019 में भारत से फरार हो गया था. उस पर कई महिलाओं के साथ रेप और अपहरण जैसे गंभीर आरोप हैं. इसके बाद वह भारत से भाग गया और कथित देश कैलासा बनाने का दावा किया था. हालांकि इस देश का वास्तव में कोई अस्तिव नहीं है.