FLOWER EXHIBITION
FLOWER EXHIBITION: आबादी के लिहाज़ से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 1936 से राजभवन (Governor House) में प्रादेशिक फल, शाकभाजी व पुष्प प्रदर्शनी (Vegetable, Fruit & Flower Exhibition) का आयोजन होता रहा है. उत्तर प्रदेश देश की 11 फीसद कृषि भूमि वाला प्रदेश होने के साथ – साथ देश की 20 प्रतिशत आबादी की खाद्यान जरूरतों को पूरा करने वाला राज्य है.
उसके बाद द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) के समय एवं अन्य कुछ वर्षों को छोड़कर प्रतिवर्ष इस प्रकार की प्रदर्शनी आयोजन होता रहा है. शुरुआती वर्षों में इस प्रदर्शनी का आकार व प्रकार बहुत छोटा रहा तथा लखनऊ में स्थानीय स्तर पर उगाये गये शोभाकार पौधों के गमले, कटे फूलो तक ही सीमित था.
राजभवन में जनता का आना-जाना सीमित होने के कारण जन भागीदारी कम थी. पहले तो यह प्रदर्शनी शोभाकार पौधे तथा विभिन्न जेलों में कैदियों द्वारा उगाई गई सब्जियों तक ही सीमित रही, लेकिन बदलते वक्त के साथ इस प्रदर्शनी के आकार एवं प्रकार में भी बदलाव हुआ. 1971 में तत्कालीन राज्यपाल द्वारा प्रादेशिक स्तर पर इस प्रदर्शनी को कराने का आदेश दिया गया. तब से इस प्रदर्शनी में प्रदेश स्तर से किसानों के फल, फूल, शाकभाजी व आलू प्रदर्शित किये जाते हैं तथा इनका आयोजन प्रदेश भर में मंडलों के मुख्यालयों पर किया जाने लगा. इसके अतिरिक्त प्रदर्शनी में आने वाली जनता को आने के लिये राजभवन का मुख्यद्वार खोल दिये गया.
हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 17 फरवरी से 20 फरवरी 2023 तक राजभवन (Governor House) में आयोजित 54वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी का राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल (Anandi Ben Patel), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) एवं उद्यान मन्त्री दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh) की मौजूदगी में शुभारम्भ किया गया.
प्रादेशिक फल, शाकभाजी व पुष्प प्रदर्शनी (Vegetable, Fruit & Flower Exhibition) में रंग बिरंगे फूलों और हरी भरी सब्जियों से राजभवन गुलजार हो जाता है. हर वर्ष इस प्रदर्शनी में उन्नत खेती करने वाले किसान भी हिस्सा लेते हैं. प्रदर्शनी में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाता है, जिसमें व्यक्तिगत वर्ग में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय तथा सभी वर्गों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत किया जाता है.
प्रदेश स्तरीय इस प्रदर्शनी में प्रतिभागियों के प्रदर्शन के आधार पर इस बार प्रथम पुरस्कार 51 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार 31 हजार रुपये व तृतीय पुरस्कार 11 हजार रुपये दिया जायेगा. तथा सभी वर्गों के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार 11 हजार रुपये दिया जायेगा.
इस प्रदर्शनी में विभिन्न कैटेगरी की शाकभाजी, हाइब्रिड शाकभाजी, पाली हाउस में उत्पादित सब्जी यूरोपियन सब्जी, फल, जैविक शाकभाजी और विशिष्ट फल, मशरुम, शहद, पान के पत्ते, सदाबहार पत्ती वाले फूल, गमलों में कलात्मक समूह, मौसमी फूलों के पौधे, गमले में लगे बोगनवोलिया के पौधे, पाली हाऊस में उत्पादित पुष्प, गुलाब के फूल, वर्टिकल गार्डेन, गमलों में लगे औषधीय पौधों की विभिन्न प्रजातियां मौजूद रहती हैं.
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