एशिया का सबसे पढ़ा लिखा गाँव भारत मे है मौजूद (Image- facebook.com/DhorraMafi)
Dhorra Mafi Aligarh : हमारा देश अपनी संस्कृति, खान-पान, कला और फिल्मों के लिए तो दुनिया में प्रसिद्ध है ही, लेकिन क्या आप जानते हैं कि साक्षरता के मामले में भारत (India) के कई गांव-कस्बे भी विदेशों पर भारी हैं. यहां उत्तर प्रदेश (UP) के अलीगढ़ (Aligarh) जिले के जवां ब्लॉक में बसा धोर्रा माफी गांव एक ऐसा गांव है, जहां के 80% घरों के लोग अफसर हैं.
धोर्रा माफी गांव को भारत ही नहीं, अपितु पूरे एशिया का सबसे पढ़ा-लिखा गांव माना जाता है. इस गांव आबादी 10-11 हजार लोगों की है. इस गांव में 90% से ज्यादा लोग साक्षर हैं. यहां के काफी लोग अब विदेशों में भी रह रहे हैं. खास बात यह भी है कि यहां की महिलाएं भी साक्षरता के मामले में पुरुषों के समान हैं. यहां के युवा से लेकर बुजुर्गों तक, काफी लोग आत्मनिर्भर भी हैं.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी यहां से पास में ही है
धोर्रा माफी गांव के स्थानीय निवासी तैयब खान बताते हैं कि वर्ष 2002 में इस गांव का नाम ‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स’ में शामिल किया गया था. तैयब कहते हैं कि यहां के बहुत-से लोग डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, प्रोफेसर और आईएएस अफसर बन चुके हैं. हैरत की बात यह है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी भी धोर्रा माफी गांव के पास में पड़ती है. बताया जाता है कि वहां के प्रोफेसर और डॉक्टर्स ने इसी गांव में अपने घर बनाए हैं.
80% लोग बड़े पदों पर तैनात, विदेशों में भी रह रहे
गांव के एक आईएएस अधिकारी डॉ. सिराज कहते हैं कि इस गांव के करीब 80% लोग देशभर में कई बड़े पदों पर तैनात हैं. और, धोर्रा माफी का बड़ा तबका विदेशों में भी रह रहा है. यहां के फैज मुस्तफा एक यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर रह चुके हैं. यहां पर, स्कूल जाने वाले बच्चों की भी कमी नहीं है. रोजाना बहुत-से बच्चे पढ़ने जाया करते हैं.
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