बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाला मंत्री चंद्रशेखर.
Bihar News: सनातन संस्कृति के पवित्र काव्य तुलसीकृत ‘रामचरित मानस’ के अपमान की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही. अब बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री और आरजेडी के सीनियर लीडर चंद्रशेखर ने ऐसा बयान दिया है, जिससे हिंदु अनुयायियों की भावनाएं आहत हुई हैं. चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर टिप्पणी करते हुए आज कहा कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है. जब तक यह पोटेशियम साइनाइड रहेगा, तब तक मैं इसका विरोध जारी रखूंगा.
चंद्रशेखर की इस टिप्पणी पर बिहार के डिप्टी सीएम एवं आरजेडी के मुखिया तेजस्वी यादव ने सफाई दी है. तेजस्वी यादव ने अभी कहा कि मंत्री जी को अपने विभागों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. नकारात्मक बातों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए, बल्कि सकारात्मक बातों पर चर्चा होनी चाहिए…तो हमें लगता है कि उन्हें ये सब बातें नहीं करनी चाहिए.
तेजस्वी ने कहा, “हम लोग संविधान में विश्वास रखते हैं और संविधान में सभी धर्मों का सम्मान है, तो हम हमेशा लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं.” हालांकि, तेजस्वी ने बिहार के मंत्री चन्द्रशेखर पर कार्रवाई करने के बारे में कुछ नहीं कहा.
हिंदी ग्रंथ अकादमी में की गई थी अपमानजनक टिप्पणी
बता दें कि कल यानी कि गुरुवार 14 सितंबर को मंत्री चंद्रशेखर पटना में बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उसी दौरान चंद्रशेखर ने सुंदर कांड एक दोहे का जिक्र करते हुए पूछा कि जीभ काटने की कीमत 10 करोड़ रुपए लगाई गई थी. मेरे गले की कीमत क्या होगी?
#WATCH हम लोग संविधान में विश्वास रखते हैं और संविधान में सभी धर्मों का सम्मान है, तो हम हमेशा लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। मंत्री जी को अपने विभागों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए… नकारात्मक बातों पर चर्चा नहीं होनी चाहिए बल्कि सकारात्मक बातों पर चर्चा होनी चाहिए….तो… pic.twitter.com/EDMiXcF4dA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 15, 2023
चंद्रशेखर खुद समाज में जहर फैलाने के लिए बेचैन: भाजपा
चन्द्रशेखर के कथित ‘रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है’ वाले बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता उन्हें खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा है कि बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर खुद ही सामाजिक साइनाइड हैं. वे समाज में जहर फैलाने के लिए बेचैन हैं.
— भारत एक्सप्रेस
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