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Amway इंडिया पर कसा ED का शिकंजा, करोड़ों की चल-अचल संपत्ति जब्त, इस स्कीम से लोगों से जुटाए गए थे हजारों करोड़

Ed action on Amway: एमवे एक मल्टी लेवल मार्केटिंग कंपनी है, जो हेल्थ, ब्यूटी व होम केयर प्रॉडक्ट्स बेचती है. इसने भारत में अपने सामान की बिक्री की आड़ में अवैध ‘मनी सर्कुलेशन स्कीम’ को बढ़ावा दिया.

Amway ED news

मनी लॉन्ड्रिंग में दागदार हुई Amway

Amway India Enterprises Private Limited: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने Amway इंडिया एंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत अभियोजन शिकायत दर्ज की है. Amway लिमिटेड के खिलाफ अभियोजन पक्ष की शिकायत पर मेट्रोपॉलिटन सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायालय (PMLA) हैदराबाद की अदालत ने 20.11.2023 को संज्ञान लिया.

ईडी ने Amway और उसके निदेशकों के खिलाफ आईपीसी, 1860 की विभिन्न धाराओं के तहत तेलंगाना पुलिस द्वारा दर्ज विभिन्न एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि Amway सामान की बिक्री की आड़ में अवैध ‘मनी सर्कुलेशन स्कीम’ को बढ़ावा दे रहा है और आम जनता को नए सदस्यों के सरल नामांकन के माध्यम से बहुत अधिक कमीशन/प्रोत्साहन का वादा करके और इन कमीशन/प्रोत्साहन का वादा करके धोखा दे रहा है.

ईडी की जांच में पता चला कि Amway डायरेक्ट सेलिंग की आड़ में पिरामिड स्कीम का प्रचार कर रहा है. अंतिम उपभोक्ता को सीधे सामान बेचने के बजाय, Amway ने मेंबर्स की एक मल्‍टीलेवल मार्केटिंग स्‍कीम शुरू की है और वितरकों के नाम पर कई मध्यस्थों की शुरुआत की. यह योजना उत्पादों की बिक्री पर ध्यान केंद्रित नहीं करती है बल्कि मुख्य रूप से सदस्यों के नामांकन पर टिकी रहती है. एक बार जब एक नए नए जुड़े व्‍यक्ति को किसी ऐसे व्यक्ति के माध्यम से पैसे देने के लिए राजी कर लिया जाता है जिसने उसे कंपनी में भेजा है, तो वह एक रिप्रजें‍टेटिव बन जाता है और कमीशन अर्जित करने के लिए, उसे नए सदस्यों को नामांकित करना पड़ता है और जैसे-जैसे व्यक्तियों की संख्या बढ़ती है, वे शीर्ष पर अधिक कमीशन और शानदार पर्यटन जैसे अधिक प्रोत्साहन पाते हैं.

इस प्रकार, Amway एक मल्टी-लेवल मार्केटिंग स्कीम संचालित कर रहा था और मनी सर्कुलेशन स्कीम ने ग्राहकों से बड़ी रकम एकत्र की. धोखाधड़ी के अनुसूचित अपराध को अंजाम देकर, Amway ने कुल 4050.21 करोड़. रुपये की आय आपराधिक तरीके से अर्जित की है.

ईडी की जांच में यह भी पता चला कि सदस्यों से एकत्रित 2859 करोड़ रुपये से ज्यादा की वो रकम बरामद हुई, जो रॉयल्टी और अन्य खर्चों के भुगतान के नाम पर विदेशी निवेशकों के बैंक खातों में जमा कराई जा रही थी, जांच के दौरान करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति बरामद हुई. इस मामले में ईडी ने 757.77 रु की संपत्ति जब्त की है.

— भारत एक्सप्रेस



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