देश में इस साल 2.34 लाख डेंगू के मामले किए गए दर्ज.
Dengue Cases : बारिश का मौसम शुरू होने के साथ ही मच्छरों से फैलने वाली बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही है. इस मौसम में जगह-जगह पानी भरने की वजह से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. इस मौसम में मच्छरों से फैलने वाली बीमारी डेंगू से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए. इसकी चपेट में आने पर कई लोगों की मौत भी हो जाती है.
इससे मच्छर से होने वाली बीमारियों का रिस्क काफी बढ़ गया है. जिसको देखते हुए अब डेंगू के मामले भी सामने आने लगे हैं. ऐसे में अब डेंगू को लेकर भारत में इस साल 30 नवंबर तक 2.34 लाख डेंगू के मामले दर्ज किए गए है. तो आइए जानते है साल 2021 और 2022 में डेंगू के कितने मामले दर्ज किए गए है.
साल 2022 में कितने दर्ज किए गए थे डेंगू के मामले
देश के करीब हर राज्य में डेंगू बुखार के केस लगातार बढ़ने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने शुक्रवार को लोकसभा में सवाल के जवाब में बताया कि इस दौरान 2022 में 2.33 लाख और 2021 में 1.93 लाख डेंगू के शिकार हो रहे है. ऐसे में उन्होंने अधिकारियों को पूरी तरह से मुस्तैद रहने प्रबंधन उपायों को मजबूत करने का निर्देश दिया. हालांकि वेक्टर प्रजनन स्थलों की प्रचुरता के कारण मानसून के दौरान मामले बढ़ते है और मानसून के बाद भी जारी रहते हैं.
डेंगू के खिलाफ क्या बोले केंद्रीय मंत्री?
केंद्रीय मंत्री सिंह बघेल ने डेंगू के खिलाफ बीमारी बढ़ने का कारण बताया. उन्होनें कहा कि कई राज्यों में डेंगू का संचरण सालभर रहता है. जिसकी वजह से मच्छरों से फैलने वाली बीमारीयां लगातार बढ़ती जा रही है. इतना ही नहीं डेंगू फैलने की सबसे बड़ी वजह बारिश और बाढ़ का पानी है इसकी चपेट में आने से कई लोगों की मौत भी हो जाती है. इसके अलावा हाल ही में केंद्रीय मंत्री ने डेंगू वैक्सीन के नैदानिक परीक्षण के लिए पैनेशिया बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है.
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बच्चों को लगाई गई खसरे की वैक्सीन
भारत में खसरा की बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. वैसे तो बच्चों में खेसर की बीमारी बच्चों में सबसे ज्यादा देखने को मिलता है. जिसको देखते हुए अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच देशभर में 2.63 करोड़ से अधिक बच्चों को खसरा युक्त वैक्सीन की पहली खुराक दी गई. डब्ल्यूएचओ की 11 लाख बच्चों को एमसीवी नहीं देने संबंधित रिपोर्ट के सवाल के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बताया कि अप्रैल 2022 से मार्च 2023 के बीच 2,63,84,580 के अनुमानित लक्ष्य के मुकाबले देशभर में 2,63,63,270 बच्चों को एमसीवी की पहली डोज दी गई. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कम टीकाकरण वाले क्षेत्रों में सभी बच्चों का टीकाकरण करने के लिए गहन मिशन इंद्रधनुष चलाया जाता है.
-भारत एकस्प्रेस
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