अमित शाह और नीतीश कुमार (फोटो ट्विटर)
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में इस समय में काफी हलचल देखी जा रही है. जब से महागठबंधन की सरकार बनी है तभी से प्रदेश में सियासत अपने चरम पर है. एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जेडीयू (JDU) में घमासान मचा हुआ है तो दूसरी तरफ आरजेडी (RJD) के नेताओं की तरफ से कुछ ऐसे बयान सामने आए हैं जिससे दोनों पार्टियों के बीच में खींचतान देखी जा सकती है. वहीं बीजेपी और सीएम नीतीश कुमार के बीच जुबानी जंग भी जारी है. बीजेपी की तरफ से साफ कह दिया गया था कि नीतीश के लिए अब सभी दरवाजे बंद है. वहीं नीतीश कुमार ने भी कहा था कि वे अब मरते दम तक कभी बीजेपी में नहीं जाएंगे. लेकिन इन बयानों के बीच गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने सीएम नीतीश से फोन पर बात की है.
लोगों में इसको लेकर काफी दिलचस्पी देखी जा रही है कि दोनों के बीच क्या बात हुई होगी, क्या फिर से बिहार में ‘खेला’ तो नहीं होने जा रहा है ? दरअसल, केंद्र सरकार की तरफ से देश के कई राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई है. इसके अलावा कई प्रदेशों के राज्यपाल बदले गए हैं. इसी सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम नीतीश को फोन मिलाया था क्योंकि बिहार के राज्यपाल को भी बदला गया है. अभी तक प्रदेश के राज्यपाल फागू चौहान थे, लेकिन अब उन्हें मेघालय का राज्यपाल बना दिया गया है. नए राज्यपाल का जिम्मा राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को दिया गया है.
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खबरों के मुताबिक, नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच ये बातचीत शनिवार को हुई है. हालांकि इसकी जानकारी मीडिया में सोमवार को आई है. रिपोर्ट के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यपाल के फेरबदल के जानकारी देने के लिए ही कॉल किया था.
सीएम नीतीश कुमार ने खुद दी जानकारी
नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दो दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का फोन आया था. वे बता रहे थे कि बिहार के राज्यपाल फागू चौहान को बदल कर नया राज्यपाल भेज रहे हैं. अमित शाह ने उन्हें ये भी बताया कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को बिहार का नया राज्यपाल बना कर भेजा जा रहा है. नीतीश बोले-मैंने उनसे कहा कि जिसको मन हो उसे भेज दीजिये. नीतीश कुमार ने कहा कि फागू चौहान तो 5 साल का टर्म भी पूरा नहीं कर पाये. साढ़े तीन साल में बिहार से विदा होना पड़ा.