कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश को मीनाक्षी लेखी ने सुनाईं खरी खोटी
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह के लिए हजारों साधु-संतों एवं सेलिब्रेटीज समेत सभी दलों के प्रमुख राजनेताओं को निमंत्रण भेजा जा चुका है. हालांकि, कांग्रेस समेत कई दलों के अगुआ इस आयोजन में आना नहीं चाहते. अभी कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश का बयान आया है.
जयराम रमेश ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में न जाने के सवाल पर कहा, “भारत में मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर, बौद्ध विहार और जैन मंदिर भी हैं. हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, सभी का जश्न मनाते हैं. मगर, अयोध्या में जो 22 जनवरी का समारोह होने जा रहा है, वो एक राजनैतिक समारोह है. इसलिए कांग्रेस पार्टी ने कहा कि हम इस स्थिति में नहीं हैं कि यह निमंत्रण स्वीकारें, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि हम मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर नहीं जा सकते.”
#WATCH असम: कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने कहा, "भारत में मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर, बौद्ध विहार, जैन मंदिर भी है… हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, सभी का जश्न मनाते हैं… 22 जनवरी का समारोह एक राजनैतिक समारोह है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने कहा कि हम इस स्थिति में नहीं… pic.twitter.com/C9SCWgE3zC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 18, 2024
जयराम रमेश ने कहा कि हम धर्म विरोधी नहीं है, हम असली लोग हैं जो धर्म का पालन करते हैं क्योंकि धर्म का राजनीतिकरण करना धर्म को नीचे गिराता है, ऐसा तो भाजपा, RSS करती है. कांग्रेस महासचिव के इस बयान पर कांग्रेस के ही एक और नेता ने असहमति जताई. कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “मंदिर तो राम का है और राम भारत के हैं… राम के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है… राम मंदिर के कार्यक्रम को अस्वीकार करना उचित नहीं था.”
आयोजन भाजपा, RSS करवा रहे हैं, हम नहीं जाएंगे- कांग्रेस
आचार्य प्रमोद कृष्णम नोएडा में बोले कि पार्टी नेतृत्व को इस पर एक बार फिर पुनर्विचार करना चाहिए.” बता दें कि कांग्रेस पार्टी की ओर से कुछ दिनों पहले 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह के न्यौते को अस्वीकार करने का फैसला लिया गया था. पार्टी के बयान में कहा गया था कि यह आयोजन राजनीतिक है…और इसे भाजपा, RSS करवा रहे हैं. इसलिए कांग्रेस नेता इसमें जाना उचित नहीं समझते.
‘जिनके नाम में राम हो वे श्री राम के प्रति ऐसी भावना रखते हैं’
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का बयान आने के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं ने पलटवार किया है. दिल्ली में भाजपा नेत्री एवं केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, “जिनके नाम में राम हो वे राम के प्रति ऐसी भावना रखते हैं, तो भगवान राम और हनुमान उन्हें बल बुद्धि विद्या का दान दें, ताकि जो मूर्खता है वह दूर हो.”
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