फोटो— केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल
Ayodhya News: पूरा देश अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा के समारोह की बाट जोह रहा है. देश-दुनिया के रामभक्तों की निगाहें अयोध्या स्थित राम मंदिर पर जमी हुई हैं. इस बीच सियासी गलियारों में खींच-तान तेज होती जा रही है. सत्ताधारी भाजपा और उसके समर्थित दल पुरजोर तरीके से भगवान श्रीराम के मंदिर से जुड़े अनुष्ठानों का हिस्सा बन रहे हैं. वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस के बड़े नेताओं ने मंदिर ट्रस्ट की ओर से भेजे गए निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. जिसके बाद वे सत्तारूढ़ दल के नेताओं के निशाने पर आ गए हैं.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अभी कांग्रेस पर हमला बोला. कांग्रेस द्वारा राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने मध्य प्रदेश के इंदौर में कहा, “एक बार फिर सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस राम के साथ नहीं बल्कि बाबर के साथ खड़ी है…इन्होंने जो मानसिकता केवल तुष्टिकरण की राजनीति के चलते मजबूरी में अपनाई हुई है, उस मानसिकता का इन्होंने एक बार फिर से परिचय दिया है.”
गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कांग्रेस द्वारा राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर कहा, “आज पूरे देश में उमंग और उल्लास का वातावरण है…नई-नई जानकारियां युवाओं को दी जा रही हैं…इससे वे खासा उत्साहित हैं.”
#WATCH इंदौर, मध्य प्रदेश: कांग्रेस द्वारा राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, "एक बार फिर सिद्ध हो गया है कि कांग्रेस राम के साथ नहीं बल्कि बाबर के साथ में खड़ी है…उन्होंने जो मानसिकता केवल तुष्टिकरण की… pic.twitter.com/rC9jeQDNXJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 11, 2024
वाराणसी में अर्जुन मेघवाल बोले, “कांग्रेस ने सबसे पहले संसद में वीर सावरकर की प्रतिमा का बहिष्कार किया था..जो ठीक नहीं किया था. मैं कहता हूं कि इनका नेतृत्व ही ऐसा है, लेकिन देश उमंग और उल्लास के वातावरण में डूब रहा है…ये देश का कार्यक्रम है.”
मुझे कांग्रेस पर तरस आ रहा- हिमंत बिस्वा सरमा
असम के सीएम और बीजेपी नेता हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस को कोसा. कांग्रेस द्वारा राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ के निमंत्रण को अस्वीकार करने पर हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “मेरे विचार में उन्हें बिल्कुल भी आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए था..लेकिन विश्व हिंदू परिषद ने उन्हें अपने कुछ पापों को सुधारने का एक सुनहरा अवसर दिया. मगर, अस्वीकार करके वे इससे भी चूक गए. मुझे तो इनपर दया आती है.”