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Ladakh: लद्दाख में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों को बांटे गए लैपटॉप-स्मार्टफोन, पोषण अभियान से कुपोषण दूर करने पर फोकस

ladakh News: लेह के इको पार्क में सभा को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने बच्चों की देखभाल और उनकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं के निस्वार्थ कार्य के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सराहना की.

Ladakh Poshan Mela 2023: केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में सितंबर महीने के दौरान राष्ट्रव्यापी पोषण माह के अनुरूप, सामाजिक और जनजातीय कल्याण विभाग ने सही पोषण-लद्दाख रोशन थीम के तहत लद्दाख पोषण मेले का आयोजन किया.

अधिकारियों ने बताया कि भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रम पोषण अभियान के तहत कुपोषण की समस्या के समाधान के लिए सितंबर महीने को पोषण माह के रूप में चिह्नित किया गया है. इस वर्ष की थीम सुपोषित भारत, साक्षर भारत, सशक्त भारत” (पोषण-समृद्ध भारत, शिक्षित भारत, सशक्त भारत) है.

लेह के इको पार्क में सभा को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ब्रिगेडियर डॉ. बीडी मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने बच्चों की देखभाल और उनकी पोषण संबंधी आवश्यकताओं के निस्वार्थ कार्य के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सराहना की. वहीं, लद्दाख में सामाजिक और जनजातीय कल्याण मामलों के आयुक्त सचिव पद्मा एंग्मो ने इस पहल और क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि विभाग की मौजूदा चुनौतियों, जैसे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय, ढांचागत आवश्यकताएं आदि को संबोधित करने के प्रयास किए गए हैं और कहा कि प्रशासन द्वारा इस मुद्दे के समाधान के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे.

कोई भी कुपोषित बच्चा न हो, इस पर है फोकस
आयुक्त सचिव पद्मा एंग्मो ने कहा कि विभाग नए केंद्रों के निर्माण की प्रक्रिया में है और हाल ही में दो शीतकालीन अनुकूल केंद्रों के पूरा होने की घोषणा की गई है, जिन्हें नए केंद्रों के लिए मॉडल के रूप में लिया जाएगा. आयुक्त सचिव ने बताया, “आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों की क्षमता निर्माण एक सतत प्रयास है और वर्ष के दौरान लागू करने के लिए एक व्यापक प्रशिक्षण योजना विकसित की गई है.” इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि विभाग लद्दाख में यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कोई भी कुपोषित बच्चा न हो.

मिशन पोषण 2.0 जैसी योजनाओं की दी जानकारी
विभिन्न आईसीडीएस परियोजनाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा लगाए गए स्टालों में एकीकृत बाल विकास कार्यक्रम, प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना, किशोर लड़कियों के लिए योजना (एसएजी), मिशन पोषण 2.0 जैसी विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई. बच्चों और गर्भवती/स्तनपान कराने वाली माताओं आदि को पूरक पोषण प्रदान किया गया. आंगनवाड़ी की बेहतर समझ के लिए, चांगथांग के खानाबदोश क्षेत्र के लिए आंगनवाड़ी केंद्र के प्रोटोटाइप के साथ एक मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र का प्रदर्शन किया गया. मेले में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्रियों से तैयार विभिन्न प्रकार के पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन किया गया और सभी आगंतुकों को स्वादिष्ट और स्वास्थ्यप्रद भोजन का आनंद लेने के लिए आमंत्रित किया गया.

कुपोषण दूर करना मिशन पोषण 2.0 का मकसद
सामाजिक एवं जनजातीय कल्याण विभाग की निदेशक ताशी डोल्मा ने अपने संबोधन में कहा कि जीवन-चक्र दृष्टिकोण के माध्यम से समग्र तरीके से कुपोषण को दूर करना मिशन पोषण 2.0 का मूल मकसद है और तदनुसार इस वर्ष पोषण माह का ध्यान प्रमुख मानव जीवनचक्र चरणों के बारे में जागरूकता पैदा करने पर है. ताशी डोल्मा ने कहा कि पोषण ट्रैकर ऐप के लिए राज्य नोडल अधिकारी की मदद से, कार्यकर्ता अब अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं और नियमित रूप से पोषण अभियान पोर्टल पर अपनी गतिविधियों को अपडेट कर रहे हैं.

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पूरे लद्दाख में अब 1145 से ज्यादा आंगनवाड़ी केंद्र
यह उल्लेख करना उचित है कि पूरे लद्दाख में 1145 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्र कार्यरत हैं, जो 18,354 लाभार्थियों को सेवा प्रदान करते हैं.

— भारत एक्सप्रेस

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