सरकारी नौकरी की चाह में बेटा बना हैवान
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स ने सरकारी नौकरी के लिए अपने ही माता-पिता और दादी की बेरहमी से हत्या कर दी. इसके बाद अपने घर में ही वह दो दिनों तक लकड़ी और सैनिटाइजर की मदद से शवों को जलाता रहा. इतना ही नहीं फिर उसने अपने पिता की गुमशदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी, जिसके बाद पुलिस जब उसके घर पर जांच करने पहुंची तो वहां उसे जलते हुए शवों के अवशेष मिले और घर की दीवारों पर खून की छीटें मिलीं.
मामले की जांच के दौरान पुलिस को शख्स पर शक हुआ और सख्ती से पूछताछ शुरू की जिसके बाद उसने माता-पिता और दादी की हत्या की बात कबूल कर ली. पुलिस ने आरोपी बेटे के खिलाफ धारा 302, 201 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
एमबीबीएस कर रहा था आरोपी शख्स
बता दें कि पूरा मामला छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सिघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पुटका का है. आरोपी शख्स के पिता पेशे से एक शिक्षक थे. यहां वह अपने पत्नी सुलोचना भोई और 75 साल की बुजुर्ग मां के साथ रहते थे. शिक्षक प्रभात का बड़ा बेटा उदित भी उनके साथ रहता था. वह रायपुर में एमबीबीएस कर रहा है. जहां उसे पढ़ाई के साथ नशे की लत लग गई और वह पैसों के लिए अपने माता-पिता से झगड़ता रहता था.
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पैसे को लेकर हुआ विवाद
पुलिस ने इस मामले में खुलासा करते हुए बताया कि 7 मई को शिक्षक प्रभात भोई और उनके बेटे उदित के बीच पैसों को लेकर विवाद हुआ था. जिसके उसे अपने पिता इतना गुस्सा आया कि उसने अपने पिता की हत्या की साजिश रच डाली. उसके रात के करीब को 2 से 3 बजे के बीच हॉकी स्टिक से उदित ने पहले पिता के सिर पर अटैक किया, इसके बाद मां सुलोचना को मार दिया. वहीं इसी आवाज हुई तो दादी की नींद टूट गई जिसके बाद आरोपी ने तो उनके सिर पर स्टिक मारकर उनकी भी हत्या कर दी. आरोप शख्स गांव के लोगों से अक्सर पूछा करता था कि अनुकंपा नियुक्ति कैसे होती है. उसे किसी भी तरह से सरकारी नौकरी चाहिए थी.