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Uddhav Thackeray: “सावरकर हमारे आदर्श हैं उनका अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते”, उद्धव ठाकरे ने राहुल गांधी को दी नसीहत

Uddhav Thackeray on Rahul Gandhi: उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि वह हिंदुत्व विचारक वी.डी. सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar ) को अपना आदर्श मानते हैं.

uddhav thackeray

उद्धव ठाकरे (फोटो फाइल)

Uddhav Thackeray: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद से अयोग्य घोषित होने के बाद केंद्र सरकार पर जमकर निशाना था जिसमें उन्होंने वी.डी. सावरकर का भी जिक्र करते हुए कहा था कि मैं सावरकर नहीं हूं, गांधी हूं माफी नहीं मांगूंगा. जिस पर अब उद्धव ठाकरे ने नाराजगी जतायी है. वहीं 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए विपक्ष एकजुट होने की कोशिश कर रहा है, लेकिन महाराष्ट्र में सावरकर को लेकर शिवसेना (उद्धव ठाकरे) हमेशा से कांग्रेस के खिलाफ बोलती रही है.

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में महा विकास आघाड़ी तीन दलों वाली सरकार है. जिसमें शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का गठबंधन है. ऐसे में ये देखना होगा की विपक्षी एकता को लेकर का्ंग्रेस और उद्धव गुट कैसे सावरकर पर सहमति बनाती है.

राहुल गांधी सावरकर का अपमान करने से बचे

उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने रविवार को कहा कि “वह हिंदुत्व विचारक वी.डी. सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar ) को अपना आदर्श मानते हैं. उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से कहा कि वह सावरकर का अपमान करने से बचें. उन्होंने कहा कि महा विकास आघाड़ी (MVA) को लोकतंत्र की रक्षा के लिए बनाया गया था और इसके लिए एकजुट होकर काम करना जरूरी था.”

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‘राहुल गांधी को उकसाया जा रहा है’

उद्धव ठाकरे ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि “राहुल गांधी को जानबूझ कर उकसाने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा, ‘‘सावरकर हमारे आदर्श हैं और उनका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमें अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए मिलकर लड़ना होगा. सावरकर ने 14 साल तक अंडमान जेल में अकल्पनीय यातनाएं झेलीं. हम केवल पीड़ाओं को पढ़ सकते हैं. यह बलिदान एक प्रतीक है.”

‘2024 का चुनाव, आखिरी चुनाव होगा’

ठाकरे ने आगे कहा, ‘‘मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि हम अपने देश के लोकतंत्र और इसके संविधान को बचाने के लिए एक साथ आए हैं. हालांकि, आपको जानबूझ कर उकसाया जा रहा है. यदि हम इस समय को व्यर्थ जाने देंगे तो लोकतंत्र का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. 2024 का चुनाव, आखिरी चुनाव होगा.’’

– भारत एक्सप्रेस

 

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