मध्य प्रदेश के भोपाल में दो चचेरी बहनों की शादी चर्चा में आ गई है. न घोड़ा, न कार… दूल्हे ने सीधे हेलीकॉप्टर से निकाली बरात है. अपने दिवंगत दादा की इच्छा पूरी करने के लिए दूल्हे को हेलीकॉप्टर से उतारा गया. भोपाल के कुरना गांव के दो चचेरे भाई हेम मंडलोई और यश मंडलोई अपनी बारात लेकर भोपाल से 80 किलोमीटर दूर शाजापुर जिले के शुजालपुर पहुंचे.
हेलीकॉप्टर जैसे ही दूल्हे के घर पहुंचा तो इस अनोखे दूल्हे को देखने के लिए आसपास काफी भीड़ लग गई. दूल्हे ने बताया, “हमारे दिवंगत दादा चाहते थे कि उनका पोता अपनी शादी की बारात हेलीकॉप्टर से उड़ाए और दूल्हा-दुल्हन को लेकर आए. हालांकि आज वह इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन हमारे दादाजी का सपना हमारे पिता ने पूरा किया है.
परंपरा को आगे भी जारी रखेंगे
उन्होंने कहा, ‘अब यह हमारे परिवार में एक परंपरा बन गई है. हम इस परंपरा को जारी रखने के लिए भविष्य में अपने बच्चों के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था भी करेंगे.” परिवार इस बार काफी खुश नजर आया. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मंडलोई परिवार ने बारात के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लिया हो. इससे पहले जब परिवार के पहले बेटे की शादी हुई थी तो उस वक्त भी एक हेलीकॉप्टर किराए पर लिया गया था.
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एक हेलीकॉप्टर के लिए 5 से 6 लाख खर्च
परिवार के बेटे, देवेंद्र मंडलोई, परिवार के पहले व्यक्ति हैं जिन्हें 2014 में एक हेलीकॉप्टर जुलूस में शामिल किया गया था. उस समय उनकी बारात शाजापुर जिले के मटाना गांव में ले जाई गई थी. मंडलोई परिवार का मुख्य व्यवसाय कृषि है. परिवार के मुताबिक एक बार में एक हेलिकॉप्टर किराए पर लेने में करीब 5 से 6 लाख रुपए का खर्च आता है.
परिजनों में खुशी का माहौल
इस मौके पर परिजन काफी खुश नजर आए. ऐसा पहली बार नहीं है कि मंडलोई परिवार ने बारात के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लिया हो. इससे पहले जब परिवार के पहले बेटे की शादी हुई थी, उस वक्त भी एक हेलीकॉप्टर किराए पर लिया गया था.
2014 में हेलीकॉप्टर से निकाली गई थी बारात
परिवार के सबसे बड़े बेटे देवेंद्र मंडलोई परिवार के पहले व्यक्ति रहे हैं, जिनकी बारात 2014 में हेलीकॉप्टर से निकाली गई थी. उस समय उनकी बारात शाजापुर जिले के मटाना गांव ले जाई गई थी.
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