चिलब्लेन क्या है?
Chilblains: सर्दियों में खान-पान और स्किन केयर रूटीन को फॉलो करना बेहद जरूरी हैं. क्योंकि ठंडी हवा आपके त्वचा को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है. सर्दी के मौसम के फायदे और नुकसान दोनो हैं. सर्दियां शुरू होते ही खिला हुआ धूप, खिलखिलाती हुई फूल,गर्मी से छुटकारा तो वही सर्दियों में कोल्ड, कफ,ड्राई स्किन, खुजली, चिड़चिड़ी त्वचा की लगातार परेशानी से लोग जूझते हैं.
यह अक्सर हर सर्दी में होती है कई लोगों के लिए यह एक आम समस्या है. लेकिन क्या आप जानते है सर्दियों में अक्सर कुछ लोगों को चिलब्लेन की बीमारी की शिकायत होती है. ऐसे में हाथ की उंगलियां लाल या बैंगनी रंग का होने लगता है. ठंड की वजह से पैरों पर लाल-लाल चकत्ते होने लगते हैं. आइए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण, कारण और बचाव का तरीका.
चिलब्लेन क्या है?
चिलब्लेन एक ऐसी स्थिति है जिसमें हाथों और पैरों में सूजन होने लगता है साथ ही यह बीमारी छाले का भी कारण बनती है. यह नम हवा के संपर्क में आने के कारण होती है. चिलब्लेन बदरंग लाल, नीला, सफेद, बैंगनी रंग की सूजी हुई और खुजली वाली त्वचा के धब्बे होते हैं, जो ठंड के मौसम में खराब होने के कारण होते हैं.
चिलब्लेन के लक्षण
-पैरों या हाथों पर छोटे और खुजली वाले दाने
-त्वचा के रंग में परिवर्तन
-पैरों या हाथों में सूजन
-पैरों या हाथों में दर्द या चुभन
-घाव या छाले पड़ना
ये भी पढ़ें:सर्दियों में सुबह आपकी भी नहीं खुलती नींद? अपनाएं ये 4 टिप्स, खुद दिखेगा असर!
चिलब्लेन का कारण
लंबे समय तक नंगे पैर रहने से और ठंडे पानी का इस्तेमाल करने से चिल्बलेन की समस्या होने लगती है. इतना ही नहीं तंग जूते और गीले मोजों की वजह से जो कि पैर की उंगलियों में रक्त संचार को और कम कर सकते हैं. ठंडी त्वचा जब फिर से गर्म होती है तो त्वचा के नीचे की छोटी रक्त वाहिकाएं आस-पास की बड़ी रक्त वाहिकाओं की तुलना में अधिक तेजी से फैल सकती हैं जिसकी वजह से चिलब्लेन की समस्या अधिक हो जाती है. ये उंगलियों में सूजन और दर्द का कारण बन सकता है. ठंड, नमी वाले मौसम में टाइट-फिटिंग कपड़े और जूते पहनने से आपको चिलब्लेन का खतरा अधिक हो सकता है.
चिलब्लेन से बचने के उपाय
चिलब्लेन्स आमतौर पर 2 या 3 सप्ताह में ठीक हो जाता है, खासकर अगर मौसम गर्म हो जाता है तो. लेकिन, सर्दियों में आपको कुछ बातों का ख्याल रखना चाहिए जैसे कि ठंड से बचें और पूरे कपड़े पहनकर रखें. साथ ही खुली त्वचा को ढककर चिलब्लेन्स को रोका जा सकता है. अगर आपको चिलब्लेन्स हो जाता है, तो त्वचा को गर्म रखने से लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है.
-भारत एक्सप्रेस
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.