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Delhi High Court

आरटीआई से जानकारी मांगने वाले ने संबंधित अधिकारी के फैसले को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) में चुनौती दी थी, जिसे उसने स्वीकार कर लिया और संस्थान से आवेदक की ओर से मांगी गई जानकारी देने का निर्देश दिया।

न्यायिक शिक्षा और प्रशिक्षण न केवल कानूनी सिद्धांतों पर बल्कि अदालत के सामने आने वाले लोगों के विविध पृष्ठभूमि एवं उसकी वास्तविकताओं पर भी केंद्रित होनी चाहिए. इससे समाज की रूढ़िवादी सोच को बदलने एवं एक बेहतर फैसला देने में मदद मिलेगी.

यह समन एक शिकायत पर जारी किया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि अंसल प्रापर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रणव अंसल और अन्य लोगों ने शिकायतकर्ता सुनील मंगल पर कंपनी में अपने पद से इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला था.

अधिवक्ता सुनील ने पीठ का ध्यान तिहाड़ झील की बदहाली की ओर दिलवाते हुए कहा कि तिहाड़ झील का विकास डीडीए ने सरकारी खजाने से भारी मात्रा में पैसा खर्च करके किया था.

पारिवारिक विवाद के एक मामले में आज कोर्ट ने फैसला सुनाया कि पति पत्नी पर लगाए गए किसी भी आरोप को साबित नहीं कर पाया। उसने आत्महत्या करने की धमकियों और आपराधिक मामलों में फंसाने के संबंध में अस्पष्ट और सामान्य आरोप लगाए।

दिल्ली हाई कोर्ट ने शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज पर भी तीखी टिप्पणी की और कहा कि उन्होंने हालात को लेकर आंखें मूंद रखी हैं और घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं.

WhatsApp: पीठ ने आदेश दिया कि मामले को 14 अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाए ताकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार 2021 आईटी नियमों के कई पहलुओं को चुनौती देने वाली अन्य सभी याचिकाओं को उसके पास स्थानांतरित करने का इंतजार किया जा सके.

हाईकोर्ट ने कहा है कि आयुर्वेदिक या यूनानी चिकित्सक के रूप में पंजीकृत होकर लाइसेंस प्राप्त करने का अधिकार केवल उन छात्र को है जिसके पास बीएएमएस या बीयूएमएस की डिग्री है.

दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है. इस याचिका को कानून के अंतिम वर्ष के छात्र अमरजीत गुप्ता ने दायर की है. ये जनहित याचिका अधिवक्ता मोहम्मद इमरान अहमद के माध्यम से दायर की गई है.

याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता रेबेका जॉन ने कोर्ट से कहा कि सरकार की ओर से इस मामले में पूरी तरह से असंवेदनशीलता बरती गई है.