रोजगार देने के मामले में आईटी कपंनियों का नाम सबसे पहले आता है. लेकिन अब इनका हाल बुरा चल रहा है. पिछले 6 महीनें के अंदर में कई लोग बेरोजगार हुए है. वहीं आनें वाले कुछ महीने तक हालात में कोई बदलाव का आसार नजर नहीं आ रहा है. देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस ने इसी हफ्ते वित्तीय नतीजे जारी करने की शुरुआत की है. इसके बाद इंफोसिस और एचसीएल टेक ने भी जारी कर दिए हैं.
आईटी सेक्टर में रोजगार के हालत खराब
बता दें कि अप्रैल-जून से ही आईटी सेक्टर का रोजगार के मामले में हालात खराब चल रहा है. तीन बड़ी आईटी कंपनियों के वित्तीय परिणम सामने आया है. जिसमें पता चलता है कि पिछले छह महीने के दौरान इन कंपनियों में हजारों लोगों बेरोजगार हुए है. लगभग ये आंकड़ा 25 हजार का है. इसकी मुख्य वजह कंपनियों द्वारा अपनाए जा रहे लागत बचत के उपाय है. इसके साथ ही खाली पदों के लिए लोगों को हायर नहीं कर पाना और नियुक्तियों की कमी हो सकती है.
देश की बड़ी आईटी कंपनी का हाल बेहाल
इस हफ्ते बुधवार को सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस ने अपने नतीजे जारी किए. कंपनी के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि सितंबर तिमाही में कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या में करीब 6000 की कमी आई है. साथ ही उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ समय तक कर्मचारियों की संख्या कम की जा सकती है.
इंफोसिस ने इतने कर्मचारियों को बाहर किया
वहीं देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस में तो हालात और भी खराब रहे हैं. सितंबर में इंफोसिस में कर्मचारियों की संख्या 7,530 घट गई है. वहीं अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 6,940 कम की गई. इस मामले में इंफोसिस का कहना है कि फिलहाल कैंपस हायरिंग करने की जरूरत नहीं है. एचसीएल टेक में भी यही स्थिति है.
इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए भारत एक्सप्रेस न्यूज़ ऐप डाउनलोड करें.