Longest Railway Route: भारतीय रेलवे लंबी दूरी की यात्रा का एक सुविधाजनक और सस्ता साधन है. भारतीय रेलवे में प्रतिदिन लाखों लोग यात्रा करते हैं, उनमें से कुछ कम दूरी की यात्रा करते हैं और कुछ लंबी दूरी की. लेकिन अगर हम भारत के सबसे लंबे रेल मार्ग की बात करें तो यह 4,000 किमी का रेल मार्ग है जो 83 घंटे में पूरा होता है और 9 से अधिक राज्यों से होकर गुजरता है.
जी हां, यह बात बिल्कुल सच है कि डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी के बीच का रेल मार्ग भारत का सबसे लंबा रेल मार्ग है और इसने दुनिया के सबसे लंबे मार्गों में भी अपनी जगह बनाई है. ये मार्ग कई इलाकों और राज्यों से होकर गुजरता है. साथ ही आप इस रास्ते में विभिन्न संस्कृतियों का अनुभव कर सकते है.
विवेक एक्सप्रेस भारत के सबसे लंबे रेल मार्ग को कवर करती है
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि विवेक एक्सप्रेस भारत के सबसे लंबे रेल मार्ग को कवर करती है, जो लगभग 55 निर्धारित स्टॉप के साथ 80 घंटे और 15 मिनट में 4,273 किलोमीटर की यात्रा पूरी करती है. यह भारत की मुख्य भूमि के सबसे उत्तरी छोर, तमिलनाडु में कन्याकुमारी, को पूर्वोत्तर में असम के डिब्रूगढ़ से जोड़ता है.
इसके बाद वापस जाते समय भी यह ट्रेन उसी रूट से चलती है. जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि विवेक एक्सप्रेस ट्रेन श्रृंखला नवंबर 2011 में स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती मनाने के लिए शुरू की गई थी, लेकिन इसे साल 2013 से शुरू किया गया था.
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उत्तर से दक्षिण तक होकर गुजरती है ये ट्रेन
जब मार्च 2020 में COVID-19 का मुकाबला करने के लिए देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा की गई थी, तो यह ट्रेन परिचालन को स्थगित करने वाली आखिरी ट्रेन थी. यह ट्रेन उत्तर से दक्षिण तक तिनसुकिया, दीमापुर, गुवाहाटी, बोंगईगांव, अलीपुरद्वार, सिलीगुड़ी, किशनगंज और मालदा से होकर गुजरती है.
इसके अलावा यह ट्रेन रामपुरहाट, पाकुड़, दुर्गापुर, आसनसोल, खड़गपुर, बालासोर, कटक, भुवनेश्वर, खोरधा, ब्रह्मपुर, श्रीकाकुलम, विजयनगरम, विशाखापत्तनम, समालकोट, राजामुंदरी, एलुरु, विजयवाड़ा, ओंगोल, नेल्लोर, रेनिगुंटा, वेल्लोर होते हुए चलेगी. , सलेम, इरोड, कोयंबटूर, पलक्कड़, त्रिशूर, अलुवा, एर्नाकुलम, कोट्टायम, चेंगन्नूर, कोल्लम, तिरुवनंतपुरम और नागरकोइल जैसे स्टेशनों से होकर गुजरती है.