पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो (फोटो ट्विटर)
Bilawal Bhutto Zardari: पाकिस्तान (Pakistan) के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) में एक बार फिर कश्मीर का रोना रोया है. इस दौरान उन्होंने बताया कि भारत और पाकिस्तान में कब तक शांति नहीं हो सकती है. बिलावल भुट्टो ने कहा कि जब तक कश्मीर का मामला हल नहीं हो जाता, तब तक पाकिस्तान और भारत के बीच स्थायी शांति नहीं हो सकती है. दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ओआईसी के उद्घाटन सत्र के दौरान ये भी बातें कही हैं.
बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) ने ओआईसी के मंच से कहा कि पाकिस्तान हमेशा कश्मीरियों की आजादी के लिए होने वाले संघर्ष को राजनयिक, राजनीतिक और नैतिक समर्थन देता रहेगा. हालांकि बिलावल ने कुछ ही दिनों पहले इस बात को माना था कि पाकिस्तान, कश्मीर मसले को यूनाइटेड नेशंस (UN) में मजबूती से उठाने में असफल रहा है.
कश्मीर और पाकिस्तान एक संस्कृति से बंधे हुए हैं
पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो का कश्मीर प्रेम यहीं नहीं रूका, उन्होंने कहा, “कश्मीर और पाकिस्तान भूगोल, आस्था, संस्कृति से बंधे हुए हैं. पाकिस्तान कश्मीरियों का समर्थन करता रहेगा.” बिलावल ने कहा “सुरक्षा परिषद (UNSC) की तरफ से जम्मू कश्मीर पर एक प्रस्ताव लाया जा चुका है. इसके तहत यहां पर एक जनमत संग्रह का आधिकार लोगों का देना चाहिए. लेकिन भारत संयुक्त राष्ट्र के फैसले को लागू करने से पीछे हट गया और उसने धोखाधड़ी और ताकत का सहारा लिया था.”
‘भारत ने ताकत के दम पर कब्जा बरकरार रखा’
भारत UNSC के प्रस्ताव को लागू करने में असफल रहा है. बिलावल की मानें तो भारत, कश्मीर पर धोखाधड़ी और सेना के दम पर कब्जा बरकरार रखे है. पांच अगस्त 2019 को भारत ने जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे को खत्म कर दिया था. बिलावल की मानें तो यह साफ है कि भारत का औपनिवेशिक विस्तार का जो मंसूबा था वह असफल हो गया था.
बिलावल ने कहा कि “भारत अपनी मंशा में कभी सफल नहीं हो पाएगा. वह कभी भी कश्मीरियों की आजादी की आवाज और उनके आत्म निर्णय को दबा नहीं सकता है. उन्होंने ओआईसी के कॉन्टैक्ट ग्रुप से अपील की है कि जब संगठन दोबारा मिले तो उसे एक प्रभावशाली योजना बनानी होगी ताकि कश्मीर के मसले को आगे बढ़ाया जा सके.
– भारत एक्सप्रेस